लेखक व निर्देशक अश्विनी धीर अपनी 2010 में प्रदर्शित फिल्म ‘‘अतिथि तुम कब जाओगे’’ का सिक्वअल ‘‘गेस्ट इन लंदन’’ लेकर आए हैं, मगर ‘‘गेस्ट इन लंदन’’ देखकर इस बात का अहसास होता है कि अश्विनी धीर ने किन्ही मजबूरी के तहत जबरन इस फिल्म को बनाया है. फिल्म में कहानी, ह्यूमर, निर्देशन सहित हर चीज का घोर अभाव है.

फिल्म ‘‘गेस्ट इन लंदन’’ की कहानी लंदन में रह रहे आर्यन ग्रोवर (कार्तिक आर्यन) और अनाया पटेल (कृति खरबंदा) के घर की कहानी है. जिनके चाचा (परेश रावल) और चाची (तनवी आजमी) उनके यहां रहने आते हैं. उसके बाद कहानी में कई मोड़ आते हैं. हास्य के कुछ क्षण पैदा होते हैं. पश्चिमी व पूर्वी संस्कृति व रहन सहन से लेकर कई अजीबोगरीब मसलों पर बहस व जोक्स होते हैं.

अति घटिया कहानी व घटिया संवादों वाली इस फिल्म का एक भी चरित्र उभर नहीं पाता है. फिल्म के गाने भी फिल्म को बेहतर नहीं बनाते हैं. फिल्म में ऐसा कुछ नहीं है, जिसके लिए दर्शक अपनी गाढ़ी कमाई लगाकर देखना चाहेगा. परेश रावल व तनवी आजमी के अलावा किसी भी कलाकार की परफार्मेंस प्रभावित नहीं करती.

दो घंटे 18 मिनट की अवधि वाली फिल्म ‘‘गेस्ट इन लंदन’’ के निर्माता कुमार मंगत पाइक, निर्देशक अश्विनीधीर, लेखक अश्विनी धीर और राबिन भट्ट, कैमरामैन सुधीर के चौधरी, कलाकार हैं – परेश रावल, तनवी आजमी, कार्तिक आर्यन, कृति खरबंदा, संजय मिश्रा आदि.

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