सवाल

मैं शादीशुदा युवती हूं. विवाह को 10 वर्ष हो चुके हैं. 8 वर्ष का बेटा और 2 साल की बेटी है. मेरे पति आए दिन मुझ से लड़ते हैं. मारते पीटते भी हैं. इतना ही नहीं झगड़ा कर के 15-15 दिन घर से बाहर रहते हैं. मैं बहुत परेशान हूं. बताएं क्या करूं जिस से रोजरोज की कलह से छुटकारा मिले?

जवाब

विवाह को इतने वर्ष हो चुके हैं, इतने वर्षों में आप एकदूसरे की पसंदनापसंद जान गए होंगे. आप दोनों में झगड़ा किस बात को ले कर होता है, आप ने खुलासा पूरा नहीं किया. ध्यान देंगी तो समझ जाएंगी कि आप की किस आदत या कार्य को ले कर पति झगड़ते हैं और इतने उग्र हो जाते हैं कि नौबत मारपीट तक आ जाती है. कोशिश करेंगी तो वजह जान जाएंगी. अच्छा होगा कि ऐसा कोई कारण पैदा न होने दें, जिस से लड़ाईझगड़ा हो, क्योंकि लड़ाई बेवजह तो होगी नहीं. अब आप के 2 बच्चे भी हैं. उन की परवरिश पर भी गृहकलह का दुष्प्रभाव पड़ेगा.

पति जब शांत और अच्छे मूड में हों तो उन्हें भी यह बात समझाएं. विवाह एक समझौता है, जिस में पतिपत्नी दोनों को अपनाअपना अहं छोड़ कर एकदूसरे की कमियों को नजरअंदाज कर के चलना पड़ता है. घर में शांति रहेगी तो पति घर से बाहर नहीं जाएंगे. अच्छा होगा उन्हें प्यार से समझाएं, जिम्मेदारियों का एहसास कराएं.

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दिन ब दिन बलात्कार की घटनाओं में बढ़ोतरी होती जा रही है. इस के कई कारण हैं, जिन में एक है मानसिक हिंसा की प्रवृत्ति का बढ़ना. बलात्कार शब्द से एक लड़की या युवती पर जबरदस्ती झपटने वाले लोगों के लिए हिंसात्मक छवि उभर कर सामने आती है. इस घृणित कार्य के लिए कड़े दंड का भी प्रावधान है. मगर बहुत कम लोग इस बात को जानते हैं कि वैवाहिक जिंदगी में भी बलात्कार वर्जित है और इस के लिए भी दंड दिया जाता है. मगर इसे बलात्कार की जगह एक नए शब्द से संबोधित किया जाता है और वह शब्द है अनचाहा सेक्स संबंध.

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