सवाल-
मैं 12वीं कक्षा का छात्र हूं और डाक्टर बनने का इच्छुक हूं. समस्या यह है कि 13 साल की उम्र से मेरी दोनों छातियां लड़कियों की छातियों की तरह कुछकुछ बाहर की तरफ उठ आई हैं.मुझे चिंता है कि कहीं इस कारण मैं मैडिकल प्रवेश परीक्षा से पहले शारीरिक जांच के समय अनुत्तीर्ण न हो जाऊं? कृपया मुझे इस समस्या से उबरने का उपाय बताएं?
जवाब-
जिस समय लड़केलड़कियां बचपन की दहलीज लांघ किशोर उम्र में पहुंचते है, उस समय उन के शरीर में पुरुष और स्त्री यौन हारमोन बनने लगते हैं. लड़कों में पुरुष हारमोन और लड़कियों में स्त्री हारमोन अधिक बनते हैं, पर कुछकुछ मात्रा में विपरीत सैक्स के हारमोन भी बनते हैं.इसी के फलस्वरूप कुछ लड़कों की छाती लड़कियों की छाती जैसी बढ़ जाती है औरकुछ लड़कियों में लड़कों कीतरह चेहरे पर बाल भी जाते हैं. ऐसा हो तो बहुत विचलित होने की जरूरत नहीं होती. कई लड़कों में समय के साथ छातियां अपनेआप घट जाती हैं. अगर 18-20 साल की उम्र तक भी छातियां कम न हों और अटपटा लगे तो किसी कौस्मैटिक सर्जन से मिल कर सलाह ली जा सकती है.अगर छातियां चरबी जमने से बढ़ी हुई हों, तो लाइपोसक्शन से चरबी घटाई जा सकती है.किंतु यदि छातियों में ग्रंथि ऊतक अधिक हों तो छोटे से आपरेशन से छातियों को छोटा किया जा सकता है.जहां तक मैडिकल कालेज में प्रवेश के समय होने वाली शारीरिक जांच का सवाल है, उस के बाबत आप चिंता त्याग दें. गाइनेकोमैस्टिया नामक यह समस्या मैडिकल जांच के समय अनुत्तीर्णता का कारण नहीं बन सकती.