मौसम में परिवर्तन, तेज हवा, धूल व प्रदूषण से त्वचा निरंतर प्रभावित होती है. ऐसे में उस की उचित देखभाल न की जाए तो असमय ही चेहरे की त्वचा झुर्रियों व झांइयों का शिकार होने लगती हैं. अपनी त्वचा की प्रकृति के अनुसार घरेलू उबटनों का प्रयोग कर के उसे स्वस्थ सुंदर व चमकदार बनाया जा सकता है.
सौंदर्य विशेषज्ञा डाली कपूर कहती हैं कि उबटन से त्वचा कांतिमय बनती है. उस में गजब का निखार आ जाता है. तभी तो शादी के 1 माह पहले से दुलहन को रोज उबटन लगाया जाता है. बस इस बात का ध्यान रखना आवश्यक है कि उबटन के लिए जिस सामग्री का इस्तेमाल कर रही हैं वह आप की त्वचा के अनुकूल हो, साथ ही जब उबटन को स्क्रब करें तो हलके हाथों से करें. ताकत के साथ उबटन को न छुड़़ाएं. ऐसा करने से त्वचा क्षतिग्रस्त हो सकती है. उस पर रैशेज पड़ सकते हैं. हलके हाथों से गोलाई में घुमाते हुए उबटन हटाएं.
फायदे अनेक
उबटन के प्रयोग से त्वचा में नमी व चमक बनी रहती है. वह मृत त्वचा को हटा कर त्वचा को नई ताजगी प्रदान करता है. उबटन के प्रयोग से त्वचा का रक्तसंचार सुचारू बना रहता है, क्योंकि इस के उतारने में त्वचा की खुद ही मालिश हो जाती है. उबटन रंग को भी निखारता है. झुर्रियों, झांड़यों से त्वचा को छुटकारा दिलाता है.
ज्यादातर उबटनों में हलदी का प्रयोग किया जाता है. अत: त्वचा कई रोगों से बची रहती हैं. अनेक लाभ होने के बावजूद उबटन का प्रयोग सदैव अपनी त्वचा के अनुरूप ही करना चाहिए. जैसे सूखी त्वचा के लिए कभी खट्टे फल जैसे नीबू, संतरे का रस प्रयोग नहीं करना चाहिए.