लेखक- रीता शर्मा

कोरोना संक्रमण के चलते पहले प्रधानमन्त्री जी की अपील के साथ "जनता कर्फ्यू" और उसके बाद यूपी के 15 जिलों में 25 मार्च तक लौक डाउन, दिल्ली/राजस्थान में 31 जिलों में पूरी तरह बंद कर दिया गया है जबकि सभी इमर्जेंसी सर्विस और दूध/किराने की दुकान खुले रखने के आदेश हैं ताकि लोगों की जरूरतें पूरी होती रहे. अभी विशेषज्ञ आइसोलेशन, क्वॉरेंटाइन और सोशल डिस्टेंसिंग की सलाह दे रहे हैं.. साथ ही कुछ और भी शब्द इस्तेमाल हो रहे हैं तो इस सलाह पर अमल करने से पहले जानना जरूरी है कि क्वॉरेंटाइन आइसोलेशन और सोशल डिस्टेंसिंग, पैंडेमिक (महामारी) का मतलब क्या है और इसे कैसे मेनटेन करना है?

पैंडेमिक

कोरोना वायरस को SARS Covid नाम के जाना जाता है.. इसे Covid - 19 इसलिए लिखा जा रहा है क्यू कि इसका पहला केस 2019 में दर्ज किया गया था. WHO ने इसे पैंडेमिक यानी की महामारी घोषित कर दिया है.. कोई भी बीमारी जब  किसी एक देश या क्षेत्र से निकल कर वैश्विक स्तर पर फैल जाए और उसे काबू में लाना बहुत मुश्किल हो रहा हो तभी पैंडेमिक या महामारी शब्द का इस्तेमाल करते हैं.

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क्वॉरेंटाइन

कैंब्रिज डिक्शनरी के अनुसार "क्वॉरेंटाइन का मतलब वो नियत समय है जहां किसी भी बीमारी या उसके फैलने से रोकने के लिए सभी व्यक्ति/पशु को एक दूसरे से अलग अलग रखा जाता है."

क्वॉरेंटाइन का मतलब 14 दिन अकेले रहना भी होता है स्वास्थ्य लाभ के लिए, अभी स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय सभी को 14 दिन के होम क्वॉरेंटाइन की सलाह दे रहा है ताकि वायरस से होने वाले संक्रमण के कैरियर को तोड़ा जा सकें.. 14 दिन में खत्म/कम हो जाएगा ऐसा इसलिए कहा जा रहा है क्यू कि Covid - 19 की संक्रमण अवधि 14 दिन की ही होती है.. इस बीच लोग एक दूसरे से नहीं मिले तो संक्रमित लोगों के ठीक होने के साथ ही खत्म हो जाएगा और नए फैल न पाने से खत्म हो जाएगा.. चीन ने इसी तरह इस महामारी को लगभग मात दे दी है और अब वो इटली की मदद में लग गया है तो यहां जरूरी है कि हम सभी इस बात की गंभीरता समझते हुए खुद और देश के हित में इसका कड़ाई से पालन करें.

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