सर्दी का मौसम आते ही धूप सेंकने और कुहरे में मुंह से धुएं के छल्ले बनाने की मस्ती सवार हो जाती है. लेकिन कभीकभी यह मस्ती त्वचा के लिए घातक भी साबित हो सकती है.
द स्किन क्लीनिक के डर्मैटोलौजिस्ट डाक्टर वरुण कत्याल कहते हैं, ‘‘अकसर महिलाएं इस धोखे में रहती हैं कि सर्दी के मौसम में टैनिंग नहीं होती है. यह एक बड़ी गलतफहमी है. इस मौसम में तो धूप के साथसाथ कुहरा भी त्वचा को टैन कर देता है.’’ अब आप के जेहन में सवाल उठ रहा होगा कि कुहरे में तो ठंड लगती है और ठंड से रंग निखरता है, फिर टैनिंग कैसे हो सकती है? इस दुविधा का हल बताते हुए डाक्टर वरुण कहते हैं, ‘‘यूवीए और यूवीबी 2 प्रकार की रेज होती हैं. अमूमन महिलाओं को यूवीबी रेज के बारे में पता रहता है कि वे सूर्य की किरणों से आती हैं, लेकिन बादल, कुहरे और गाड़ी के शीशों से छन कर आने वाली यूवीए रेज भी त्वचा को टैन कर देती हैं.
जरा सोचिए, कितनी ही बार सर्दी का मजा लेने के लिए आप बिना सनस्क्रीन और स्टोल के घर के बाहर निकल गई होंगी और कितना मैलेनिन आप की त्वचा पर इकट्ठा हो गया होगा, जिस का प्रभाव आप को ऐजिंग मार्क्स के रूप में कुछ समय बाद देखने को मिला होगा. अब सर्दी फिर से दस्तक देने वाली है. अत: इस बार अपनी त्वचा को सर्दी में होने वाली टैनिंग से बचाना है तो इन टिप्स पर गौर फरमाएं:
सनस्क्रीन का प्रयोग घर पर भी करें, क्योंकि घर में ट्यूब लाइटों, एलईडी बल्बों आदि की लाइट से निकलने वाली किरणों में भी यूवीए रेज होती हैं जो त्वचा को टैन कर सकती हैं.