‘‘मेरी त्वचा से मेरी उम्र का पता ही नहीं चलता, क्योंकि मेरे साबुन में हैं हलदी, चंदन और शहद के गुण. इस साबुन में है एकचौथाई मिल्कक्रीम जो दे मुझे नर्म मुलायम त्वचा. दादी मां ने झट लौंग का तेल मला था. क्या आप के टूथपेस्ट में नमक है? क्ले शैंपू से मेरे बाल रहते हैं एकदम खिलेखिले,’’ इस तरह के जुमलों वाले न जाने कितने ही विज्ञापन हम रोज अखबार, टीवी और रेडियो पर देखतेसुनते हैं. इन व्यावसायिक विज्ञापनों में कितनी सचाई है यह तो उत्पाद बनाने और उन्हें इस्तेमाल करने वाले ही बता सकते हैं, मगर यह निरविवाद सच है कि खूबसूरती का खजाना हमारीआपकी रसोई में ही छिपा है.
बाजार में मिलने वाले सौंदर्य उत्पादों से कई महिलाओं को एलर्जी की शिकायत होती है. वे महंगे भी बहुत होते हैं. ऐसे में जब हर अच्छे उत्पाद में वही सामग्री इस्तेमाल करने का दावा किया जाता है, जो हमारी रसोई में मौजूद है, तो क्यों न हम खुद ही अपने खजाने का उपयोग कर खुद को बनाएं खूबसूरत.
आइए रसोई में तलाशते हैं खूबसूरती
- शहद को सीधे चेहरे पर इस्तेमाल किया जा सकता है. यह न केवल त्वचा की नमी बनाए रखता है, बल्कि चेहरे के दागधब्बे भी दूर करता है. इस से सनबर्न भी दूर होता है.
- हलदी के गुण तो इसी बात से जाहिर हो जाते हैं कि इस के उबटन के प्रयोग को शादीब्याह में एक उत्सव के रूप में मनाया जाता है. यह त्वचा में निखार लाती है. इसे दूध में मिला कर लगाने से टैनिंग दूर होती है.