दूध पीने किसे नहीं पसंद है...बच्चे हो या बड़े- बूढ़े सभी को अच्छा लगता है...किसी के भी घर में दूध के बिना तो कोई शुरूआत ही नहीं होती है. दूध भले ही एक पेय पदार्थ है, लेकिन दूध को एक कंपलीट फूड माना जाता है.बहुत से लोग दूध के बिना अपना आहार अधुरा मानते हैं. दूध भारतीय शाकाहारी पदार्थों का अहम हिस्सा होता है.यहां तक की अगर बच्चे रात को खाना नहीं खाते हैं तो दूध पीकर सो जाते हैं ऐसा इसलिए क्योंकि वो संपूर्ण आहार माना जाता है इसलिए इसे एक पूरा खाना माना जाता है.
दूध के कितने प्रोडक्ट बनते हैं ये तो जग जाहिर है. तमाम तरह की मिठाइयां दूध के बिना संभव ही नहीं है. दूध में सिर्फ कैल्शियम ही नहीं, प्रोटीन, विटामिन ए, बी1, बी2, बी12 और डी, मैग्नीशियम और पोटेशियम जैसे कई पोषक तत्व होते हैं जो मानव शरीर के लिए बहुत ही आवश्यक है. बहुत बार जब लोगों को चोट लग जाती है या कोई बिमार है तो उसको हल्दी मिलाकर दूध पीने को देते हैं क्योंकि वो बिमारी में भी दूध काफी शक्ति देता है. अपने पाचक और पोषण गुणों के कारण आयुर्वेद में भी दूध का एक विशेष स्थान है.
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जानिए दूध पीने का सही वक्त आखिर क्या है ?
वैसे तो लोगों को जब मन होता है तब दूध पी लेते हैं. कई लोग दावा करते हैं कि सुबह दूध पीना सेहत के लिए ज्यादा सही है जबकि कई लोग रात में दूध पीना ज्यादा सही मानते हैं.देखा जाए तो जो छोटे बच्चे होतें हैं जो खाना नहीं खा सकते हैं उन्हें दिन में कई बार दूध पिलाया जाता है और चूंकि वो खा नहीं सकते हैं इसलिए दूध पिलाते हैं और दूध ही इसलिए क्योंकि वो एक संपूर्ण आहार है. लेकिन जो भी बड़े लोग या स्कूल वाले बच्चे होतें हैं तो वो रात को या सुबह दूध पीते हैं लेकिन एक रिर्पोट के मुताबिक आयुर्वेद के अनुसार, दूध पीने का सही वक्त रात में है. कहा जाता है कि रात में सोते वक्त दूध पीना चाहिए. वैसे सुबह दूध पीना भी फायदेमंद होता है, क्योंकि जिन लोगों को एसिडिटी की दिक्कत होती है, उन्हें रात में दूध पचाना मुश्किल होता है क्योंकि उनकी पाचन शक्ति इतनी मजबूत नहीं होती है.