हर दुल्हन सुंदर होती है, हर दुल्हन अपनी वेडिंग ऑउटफिट देखकर खिल उठती है, इसमें किसी रंग, रूप, का कोई महत्व नहीं होता. कुछ ऐसा ही सोच रखते है प्रसिद्ध सेलेब्रिटी डिज़ाइनर राहुल मिश्रा, जिन्होंने डिजनी प्लस पर ब्राइडल क्लोदिंग इन ए न्यू लेंथ में शामिल होकर किसी लड़की के ड्रीम में योगदान देने को बहुत ही एक्साईटिंग मानते है.उनकी पत्नी दिव्या भी फैशन जगत से है, दोनों ने साथ पढाई की, प्यार हुआ और शादी की. दोनों की एक बेटी आरना, 6 साल की है. राहुल के अनुसार फैशन एक सुपर मैजिकल पॉवर है, जो किसी खराब दिन को भी अच्छे में बदल सकता है. इसे एक लाइफ भी कहा जा सकता है, जो हर उम्र में जीने का मकसद बताती है.
मिली प्रेरणा आर्टिस्ट बनने की
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फैशन की इंडस्ट्री में आने की प्रेरणा के बारें में पूछने पर डिज़ाइनर राहुल कहते है कि मेरी रूचि हमेशा से आर्ट में जाने की थी, लेकिन मेरे पिता चाहते थे कि मैं डॉक्टर या इंजीनियर के लिए आईआईटी जाऊं, पर मैं डिज़ाइनर नहीं, बल्कि आर्टिस्ट बनना चाहता था. मैने साइंस से पढाई की उसके बाद एनआईडी अहमदाबाद में डिज़ाइनर के रूप सेलेक्ट हुआ और वहां मैंने डिजाईनिंग की पढाई पूरी करते ही तुरंत मिलान में स्कॉलरशिप मिलने की वजह से वहां भी पढाई करने का मौका मिला. साल 2009-10 में मैंने अपना ब्रांड खोला और कई फैशन शो में भाग लेने लगा, करीब 4 से 5 साल में मुझे अवार्ड भी मिल गया. साल 2014 में मुझे ग्लोबल अवार्ड मिला. इसके बाद पेरिस में पेरिस फैशन वीक, इंडिया की फैशन वीक आदि कई करता रहा. उस दौरान मुझे बड़े-बड़े डिज़ाइनर्स भारत और विदेश के सभी के साथ काम करने का मौका मिला. इससे सीखने को बहुत मिला और ब्रांड का ग्रोथ बहुत जल्दी हुआ. मैं स्वीकारता हूं कि मुझे बहुत जल्दी अपनी ब्रांड को स्थापित करने का मौका मिल गया. मार्केट वाइज भी और बिजनेस ग्रोथ बहुत अच्छी रही. इस समय मेरी टीम में काफी लोग है और करीब 1000 लोगों को मैंने नौकरी दी है.