लोगों के मन में आमतौर पर यह धारणा होती है कि कार के लिए ड्राइविंग लाइसेंस और रजिस्ट्रेशन पेपर ही काफी होता है. अधिकांश लोग इंश्योरेंस के पहलू को लगभग नजरअंदाज करते हैं. लेकिन आपको मालूम होना चाहिए कि कार का इंश्योरेंस आपको दुर्घटना में डैमेज और चोरी के वक्त आर्थिक सुरक्षा देता है.
जानकारी के लिए बता दें कि इंश्योरेंस आम तौर पर दो प्रकार के होते हैं पहला कौम्प्रिहेंसिव और दूसरा थर्ड पार्टी. थर्ड पार्टी इंश्योरेंस अमूमन हर प्रकार के वाहनों के लिए जरूरी होता है. वहीं कार के डैमेज और चोरी होने के खतरों के मद्देनजर नुकसान की भरपाई को देखते हुए कौम्प्रिहेंसिव इंश्योरेंस करवाया जाता है.
आप कम कर सकती हैं अपनी कार का इंश्योरेंस प्रीमियम
इंश्योरेंस को लोग नजरअंदाज इसलिए भी करते हैं क्योंकि इसमें हर साल पेट्रोल और दूसरे खर्चे इतने ज्यादा होते हैं कि इंश्योरेंस प्रीमियम भरना बोझिल सा जान पड़ता है. हालांकि अगर आप सूझबूझ के साथ काम करेंगी तो आप अपने इंश्योरेंस प्रीमियम का थोड़ा खर्च बचा सकती हैं. हम अपनी इस खबर के माध्यम से आपको बताने की कोशिश करेंगे कि आप किन तरीकों को अपनाकर अपनी कार का इश्योरेंस प्रीमियम कम कर सकती हैं.
नो क्लेम बोनस का फायदा सोच समझकर लें
विशेषज्ञों का मानना है कि जब आपकी गाड़ी डैमेज हो तो आपको रिपेयर का एक इस्टीमेट जरूर लेना चाहिए. अगर आपकी ओर से भुगतान की जाने वाली राशि क्लेम करने वाली राशि से कम है तो उस सूरत में आप क्लेम को छोड़ सकती हैं. अगर आप छोटे क्लेम करना नजरअंदाज कर देती हैं और छोटे रिपेयर्स का खुद भुगतान करती हैं तो रिन्युअल के समय आपको प्रीमियम भी कम देनी होगी. जानकारी के लिए बता दें कि नो क्लेम बोनस वह डिस्काउंट होता है जो कि व्यक्ति को उसके मोटर इंश्योरेंस के रिन्यूअल के दौरान प्रीमियम पर दिया जाता है. इसका मतलब यह हुआ कि अगर इंश्योरेंस लेने वाला व्यक्ति साल भर कोई भी इंश्योरेंस क्लेम न करे तो कंपनी उसे नो क्लेम बोनस का फायदा बोनस के रुप में देती है.