अगर वीकेंड में अकेले या फैमिली के साथ घूमने की सोच रही हैं तो कर्नाटक बेस्ट विकल्प है. कर्नाटक की हरी-भरी पहाड़ियों का नजारा मानसून के बाद और भी ज्यादा खूबसूरत हो जाता है. वैसे साउथ की किसी भी जगह घूमने-फिरने की प्लानिंग मानसून बाद ही करनी चाहिए क्योंकि उस दौरान मौसम का मिजाज खुशगवार रहता है.
नेचर से लेकर एडवेंचर तक के लिए यहां इतने सारे विकल्प हैं जिससे आप कन्फ्यूज हो सकती हैं, किन जगहों की सैर पहले करें, तो आइए चलते हैं कुछ ऐसी ही जगहों की सैर पर.
कर्नाटक में देखने लायक जगहें
कर्नाटक आएं तो जोग फाल्स देखने जरूर जाएं. शारावती नदी पर स्थित जोग फाल्स भारत का दूसरा सबसे ऊंचा वाटर फाल है. 253 फीट की ऊंचाई से गिरता पानी और आसपास के पहाड़ किसी चित्रकार की कला जैसे लगते हैं. जोग फाल्स के आसपास भी कई सारी जगहें हैं जिन्हें एक दिन में आसानी से घूमा जा सकता है.
बाबा बुदन गिरि पहाड़ी, जिसे ये नाम सूफी संत बाबा बूदन के नाम से मिला. टूरिस्ट यहां स्थित तीन सिद्धों की गुफाओं को भी देख सकते हैं. हाइकिंग और ट्रैकिंग लवर्स की तो ये पसंदीदा जगहों में शामिल है. इसी जगह मुनायनगरी और दत्तागिरी नामक दो दूसरी पहाड़ियां हैं जिनकी खासियत है 12 साल बाद खिलने वाला कुरिंजी फूल. जिसे देखने देश-विदेश से टूरिस्ट आते हैं.
कर्नाटक के वेस्टर्न घाट में मुल्लयानगिरि और बाबा बूदन गिरि पर्वत दो खूबसूरत घूमने वाली जगहें हैं. पर यहां तक हर किसी का पहुंच पाना मुमकिन नहीं, क्योंकि मुल्लयानगिरि कर्नाटक की सबसे ऊंची चोटी है और इस पर बना है संत मुल्लपा स्वामी का मंदिर. इसकी वजह से इसका नाम मुल्लयानगिरि पड़ा. यहां तक पहुंचने के लिए आपको काफी दूर ट्रैकिंग करनी पड़ेगी लेकिन रास्ते में मिलने वाले खूबसूरत नजारे आपके इस लंबे सफर को यादगार और सुहाना बनाने का काम करते हैं. यहां से ढ़लते सूरज को देखना वाकई अलग और अद्भुत अनुभव होता है.