मुझे बताएं कि कैसे पीले नेल्स की समस्या से निजात पाया जा सकता है?

सवाल-

मेरे नेल्स काफी पीले हो गए हैं , जिस कारण मुझे इन पर हमेशा नेलपेंट लगाकर रखना पड़ता है. मुझे बताएं कि कैसे इस समस्या से निजात पाया जा सकता है?

जवाब-

कई बार नाखूनों का पीला पड़ना हमारी पूरी हैल्थ को भी दर्शाता है. कई गंभीर बीमारियों जैसे थाईरोएड , डाईबिटिज , लंग प्रोब्लम आदि के कारण धीरेधीरे हमारे नाखून पीले पड़ने लगते हैं, जिससे हम अनजान होते हैं. लेकिन अगर लक्षण गंभीर दिखें तो तुरंत डाक्टर को दिखाएं, ताकि बीमारी और न बड़े.  लेकिन कई बार  नेल पौलिश व नेल रिमूवर की एलर्जी व फंगल इंफेक्शन के कारण भी नाखूनों  का रंग बदलने के कारण वे पीले दिखाई देने लगते हैं. जो न सिर्फ दिखने में अच्छे लगते हैं बल्कि न चाहते हुए भी आपको हर समय नाखूनों को रंगने की जरूरत होती है. ऐसे में जरूरत  है समय रहते इसके समाधान की. ताकि नाखूनों को पीला होने से रोका जा सके.

अगर आपके नाखूनों पर कॉस्मेटिक्स जैसे नेल पौलिश व रिमूवर के इस्तेमाल के कारण एलर्जी हुई है तो आप इन उपायों को करके पीले नाखूनों की समस्या से निजात पा सकती  हैं.

– अनेक शोधों में यह साबित हुआ है कि अगर बैक्टीरिया इंफेक्शन या फंगस के कारण आपके नेल्स  पीले पड़ने लगते हैं , तो टी ट्री आयल इसमें बड़े काम का साबित होता है. क्योंकि ये फंगस को आगे बढ़ने से रोकने में सक्षम जो होता  है, जिससे धीरेधीरे नेल्स से पीलापन कम होने लगता है. इसके लिए आप कुछ बूंदे टी ट्री आयल में कुछ बूंदे ही कोकोनट आयल की डालें, फिर इस मिश्रण को नाखूनों पर लगाकर थोड़ी देर के लिए लगा छोड़ दें. ऐसा आप हफ्ते में 3 बार करें, सुधार आपको खुद दिखाई देने लगेगा.

– ओरेगेनो आयल में एंटीइन्फ्लैमटॉरी, एंटीबायोटिक और एंटीऑक्सीडेंट प्रोपर्टीज होने के कारण ये बैक्टीरिया और फंगल इंफेक्शन से लड़ने का काम करता है.  इनसे नेल्स का पीलापन दूर होता है. इसके लिए आप ओरेगेनो आयल में कुछ बूंदे ओलिव आयल या फिर कोकोनट आयल की डालकर उसे नेल्स पर लगाकर उसे थोड़ी देर के लिए लगा छोड़ दें , फिर स्क्रब करते हुए उसे हटाएं. कुछ ही एप्लीकेशन के बाद नेल्स से पीलापन कम होने लगेगा.

– हाइड्रोजन पेरोक्साइड त्वचा के लिए न सिर्फ एंटीसेप्टिक का काम करता है बल्कि ये नाखूनों से भी दाग यानि पीलेपन को दूर करने का काम  करता है. यह बैक्टीरिया रोधी वाला एक ऑक्सीकारी घटक है, जो पीलेपन को दूर  करता है. सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल के अनुसार,  हाइड्रोजन पेरोक्साइड फंगी, बैक्टीरिया व मोल्ड को खत्म करने में सक्षम होता है.  इसके लिए आप गरम पानी में  हाइड्रोजन पेरोक्साइड की 2- 3  बूंदे डालकर उसमें अपने नाखूनों को 10 मिनट के लिए डुबो कर रखें.  इसके बाद साबुन से अपने हाथों को साफ करके मॉइस्चराइजर जरूर अप्लाई करें. ताकि हाथों पर ड्राईनेस न आए. कुछ ही हफ्तों में आपको नाखूनों पर सुधार नजर आने लगेगा.

– जिस तरह डेनटुरे क्लीनर दांतों को क्लीन करने का काम करता है, उसी तरह ये नाखूनों के पीलेपन को भी दूर करता है. इसके लिए आप थोड़े से पानी में 2 – 3 टैबलेट  डेनटुरे क्लीनर की डालकर उसमें 10 मिनट तक अपने नाखूनों को डिबो कर रखें, फिर सुखाकर मॉइस्चराइजर जरूर अप्लाई करें. ऐसा आप हफ्ते में 3 बार 1 महीने तक करें. नाखूनों से पीलापन खत्म हो जाएगा. लेकिन अगर नाखूनों का पीलापन फिर भी कम न हो, तो तुरंत डाक्टर को दिखाएं.

इस बात का भी ध्यान रखें 

कभी भी लोकल नेल पौलिश अप्लाई न करें, हमेशा ब्रैंडेड नेल पौलिश व रिमूवर ही खरीदें. इस बात का भी ध्यान रखें कि भले ही आजकल डार्क शेड्स के नेल पेंट्स काफी ट्रेंड में हैं , लेकिन उनका ज्यादा इस्तेमाल करने के कारण उनमें इस्तेमाल होने वाली डाई के कारण  नाख़ून पीले पड़ने लगते हैं. इसलिए कम से कम ही उनका इस्तेमाल करें. साथ ही जब भी नेल पौलिश लगाएं तो उससे पहले बेस कोट जरूर अप्लाई करें, ताकि वो नाखूनों  व नेल पौलिश के बीच प्रोटेक्टिव लेयर का काम करें.

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अगर आपकी भी ऐसी ही कोई समस्या है तो हमें इस ईमेल आईडी पर भेजें- submit.rachna@delhipress.biz
 
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आईब्रो को कैसे बनाएं घना

हर महिला चाहती है कि उसकी आईब्रो घनी व मोटी हो. क्योंकि मोटी आईब्रो आपके नयननक्श को और उभारने का काम जो करती है. लेकिन कुछ महिलाओं को नैचुरली ही पतली आईब्रो मिलती है व कुछ की आईब्रो समय के साथसाथ थ्रेडिंग व उस पर प्लकर इस्तेमाल करने के कारण वे पतली होने के साथसाथ अपनी शेप खोने लगती है, जो उन्हें गवारा नहीं होता. ऐसे में भले ही आप ग्रोथ बढ़ाकर आईब्रो करवाते भी हैं तब भी कुछ ज्यादा असर नहीं पड़ता है. इसलिए जरूरी है कि आईब्रो को घना व मोटा बनाने के लिए कुछ टिप्स को फोलो करने की , ताकि आपको इस समस्या से निजात मिल सके.

1. वैसलीन

क्या आप जानती हैं कि वैसलीन न सिर्फ आपकी आईलैशेस को खिलाखिला व शाइनी बनाने का काम करती है बल्कि ये आपकी आईब्रो को भी मोटा बनाने में सहायक होती है. क्योंकि ये स्किन को मोइस्चर और हाइड्रेट रखने का काम करती है. इसमें मिनरल आयल होने के कारण ये स्किन को न्यूट्रिशन भी प्रदान करती है. और जब हम इसे आपकी ब्रो पर अप्लाई करते हैं तो ये उसे मोइस्चर प्रदान करने के कारण बालों को घना बनाकर उन्हें हैवी लुक देने का काम करती हैं, जिससे आपकी आईब्रो धीरेधीरे परफेक्ट शेप में आने लगती है.

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2. अंडे का पीला भाग

हमारे बाल , फिर चाहे वो सिर के बाल हो या फिर आईब्रो के , वो केरातिन से बने होते है. लेकिन जब इस प्रोटीन के उद्पदन में कमी होने लगती है तो आप बाल झड़ने व आईब्रो के पतले होने की समस्या का सामना करते हैं. जबकि अंडे का पीला भाग बायोटिन का अच्छा स्रोत माना जाता है, जो बालों की ग्रोथ व उसे मोइस्चर प्रदान करने का काम करता है. इसलिए अपनी घनी आईब्रो के लिए आप हफ्ते में इसका पेस्ट अपनी आईब्रो पर आधे घंटे के लिए लगाएं. आपको 2 – 3 महीने में ही बदलाव नज़र आने लगेगा.

3. ओलिव आयल

ये नैचुरली आपकी ब्रो को घना बनाने का काम करता है. इसमें मॉइस्चराइजिंग प्रोपर्टीज बालों को झड़ने से रोकती हैं, जिससे हेयर ग्रोथ अच्छे से होने के कारण आपकी ब्रो मोटी नजर आने लगती है. अनेक रिसर्च में यह साबित हुआ है कि इसमें मौजूद ओलुओपेन , जो फेनोलिक तत्व होता है, जो बालों की ग्रोथ में मदद करता है. इसलिए आप इसे रोजाना कुछ मिनट अपनी आईब्रो पर अप्लाई करके पाएं कुछ ही महीनों में घनी आईब्रो.

4. बादाम का तेल

बादाम में लोवर फैट केलोस्ट्रोल होने के कारण ये सेहत के लिए काफी फायदेमंद होता है. इसमें विटामिन इ , मैग्नीशियम और पोटैशियम होने के कारण ये न्यूट्रिएंट्स और ओक्सीजन को रक्त के माध्यम से आसानी से शरीर में पहुंचाने का काम करता है. सिर्फ यही नहीं बल्कि इसमें ओमेगा 3 फैटी एसिड होने के कारण ये बालों को नौरिश करने उन्हें मजबूती प्रदान करने का काम करता है. तो अगर आप अपनी आएब्रो को मोटा बनाना चाहती हैं तो रोजाना रात को सोते वक़्त बादाम का तेल से मसाज करें. कुछ ही दिनों में आपको सुधार नजर आने लगेगा.

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5. प्याज का रस

शायद ही कोई प्याज का रस अपनी स्किन या फिर अपने बालों पर लगाना पसंद करता होगा. लेकिन जब आप इसके फायदे जानेंगे तो आप भी खुशीखुशी इसे अपनी ब्रो पर लगाने के लिए तैयार हो जाएंगी. बता दें कि इसमें सल्फर, विटामिन बी , इ और मिनरल्स होने के कारण ये आईब्रो की हेयर ग्रोथ के लिए काफी असरदार माना जाता है. क्योंकि जब कोलेजन की मात्रा काफी कम हो जाती है तो बाल कमजोर होकर टूटने लगते हैं. लेकिन प्याज के रस में सल्फर की मौजूदगी कोलेजन के पुननिर्माण और फोलिकल्स को मजबूती प्रदान करने का काम करता है. आप इसके रस को कॉटन की मदद से आईब्रो पर अप्लाई करके आधा घंटे के लिए लगा छोड़ दें. ऐसा हफ्ते में 2 – 3 दिन करने पर आपको दिखने लगेगा सुधार.

इसके अलावा आप परमानेंट तरीके से भी अपनी आईब्रो को घना व खूबसूरत बना सकती हैं , इस बारे में कोस्मोटोलोजिस्ट भारती तनेजा से जानते हैं-

अगर आप चाहती हैं कि आपकी आइब्रो मोटी हो , जो आजकल काफी फैशन में है, तो उसके लिए आप परमानेंट आईब्रो बनवा सकती हैं. इससे आपको फ़ायदा यह होगा कि जिस तरह आप रोज खुद से घर पर जब पेंसिल से शेप बनाती हैं तो वो पसीने के कारण हटने या फिर हमेशा एक जैसी शेप में नहीं आ पाती है. ऐसे में परमानेंट आईब्रो बेस्ट सोलूशन होता है. इसमें खास तरह के fda से अप्रूव कलर्स होते हैं , जिन्हें मशीन के जरिए स्किन में इन्सर्ट किया जाता है. ये ताउम्र काम करती है. इस प्रक्रिया में सबसे पहले पेंसिल से आईब्रो को मनचाही शेप दी जाती है , उसके ऊपर स्किन को नम करने के लिए एक्सटर्नाली एनेस्थेसिया लगाया जाता है और फिर आईब्रोस को परमानेंट बना दिया जाता है. इसमें 2 सिटिंग दी जाती हैं , ताकि दूसरी सिटिंग में परफेक्ट शेप दी जा सके. बस इसमें हाइजीन का ध्यान रखना बहुत जरूरी है. इस बात का ध्यान रखें कि हर बार नया कलर व नीडल लेनी चाहिए.

7 टिप्स: आंखों की खूबसूरती बढ़ाने के लिए पढ़ें ये खबर

आंखों की सुंदरता के लिए जरूरी यह है कि उस के आसपास की स्किन भी सुंदर हो. इससे आंखों की सुंदरता बढ़ जाती है. आंखों में होने वाली कुछ बीमारियों से उनके आसपास की स्किन खराब हो जाती है. इसलिए जरूरत इस बात की है कि इन बीमारियों से बचाव कर के आंखों को सुंदर बनाया जाए. ये बीमारियां किसी भी उम्र में हो सकती हैं. इनमें आदमी, औरतें और बच्चे सभी शामिल हैं. इन बीमारियों में पलकों में होने वाली रूसी, पलकों पर गांठ बनना, आंख आना, आंखों का रूखापन, डार्क सर्कल्स, भवों और पलकों के बीच चकत्तेनुमा हलके उभार प्रमुख हैं. आइए जानते हैं इन बिमारियों के बारे में…

1. डार्क सर्कल्स से पाएं छुटकारा

आंखों के आसपास की स्किन को खराब करने वाली सब से बड़ी बीमारी को डार्क सर्कल्स कहा जाता है. इस बीमारी में आंखों के चारों तरफ काले घेरे बन जाते हैं. यह कालापन नींद की कमी, मानसिक तनाव, शारीरिक थकान, भोजन में विटामिंस और दूसरे तत्त्वों की कमी से होता है. इसे दूर करने के लिए भरपूर नींद लें. तनाव कम करें. भोजन में फलों व हरी सब्जियों का प्रयोग खूब करें. खूब पानी पीएं. खीरे को काट कर आंखों के ऊपर रखने से डार्क सर्कल्स हटाने में मदद मिलती है.

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2. पलकों में डैंड्रफ होने से बचें

पलकों में होने वाली रूसी से आंखों के आसपास की स्किन खराब हो जाती है. रूसी से पलकों में लगातार खुजली होती है. पलकों के बालों में रूसीनुमा पपड़ी सी जम जाती है. इससे पलकों पर भारीपन महसूस होता है. कभी-कभी सूजन भी आ जाती है. इस बीमारी से पलकें झड़ने लगती हैं. उसके आसपास की स्किन पर चकत्ते पड़ जाते हैं और वह बदरंग हो जाती है. जिन के सिर के बालों में रूसी होती है उन में यह बीमारी जल्दी हो जाती है. इसके अलावा गंदे हाथों से बार-बार पलकों को छूना, प्रदूषण वाले माहौल में रहना, खराब आईलाइनर, मसकारा, काजल, आर्टीफिशियल आईलैंस का प्रयोग करने, किसी दूसरे का प्रयोग किया कौस्मैटिक लगाने, जिन्हें यह बीमारी हो उन का तौलिया, तकिया, रूमाल आदि प्रयोग करने से यह बीमारी हो जाती है.

पलकों में रूसी की परेशानी हो तो सब से पहले बालों की रूसी का इलाज कराना चाहिए. इसके लिए उस शैंपू का प्रयोग करें, जिस में रूसी को खत्म करने की ताकत हो. यह शैंपू स्किन को नुकसान न पहुंचाता हो. जब भी बाहर से घर आएं एक बार कुनकुने पानी से पलकों को साफ कर के उन की सिंकाई जरूर करें. साफ हाथों से धीरे-धीरे मालिश करें. रूई की कुछ छोटी-छोटी गोलियां बना लें. फिर इन्हें थोड़े से पानी में उबाल कर थोड़ा ठंडा होने पर गोलियों का पानी निचोड़ कर पलकों के किनारों की इन से सिंकाई करें.

किसी अच्छी क्रीम को हाथ में थोड़ा सा ले कर पलकों और पलकों के किनारों पर ऊपर से नीचे की ओर कम से कम 15 से 20 बार हल्के दबाव के साथ मालिश करें. ऊपर की पलकों की मालिश पैरों की ओर देखते हुए करें. नीचे की पलकों की मालिश ऊपर देखते हुए करें. यह काम रात को सोने से पहले करें और ऐसा करने के बाद कभी भी आंखों में किसी तरह का कोई मेअकप न करें.

3. पलकों पर गांठ बनना

पलकों पर गांठ बन जाने को बिलौनी कहते हैं. इससे आंख के आसपास की स्किन काली पड़ जाती है. बिलनी की गांठ को दबाने से आमतौर पर दर्द नहीं होता है. केवल गांठ सी बन जाती है जो आंखों के आसपास की स्किन को खराब कर देती है. आंखों की खूबसूरत शेप बिगड़ जाती है. पानी और कपड़े की सिंकाई और मलहम की मालिश से यह परेशानी आमतौर पर ठीक हो जाती है.

अगर गांठ बार-बार निकले तो होथियार हो जाएं. इस का इलाज आंखों के डौक्टर से मिल कर करें. कभी- कभी ज्यादा मीठा खाने से भी यह परेशानी बढ़ जाती है. चश्मे का नंबर बढ़ने से भी ऐसा हो जाता है. अगर गांठ लंबे समय से हो और बड़ी हो तो डाक्टर से जरूर मिलें.

कभी-कभी यह बिलौनी आंखों के अंदर या बाहर की तरफ निकलती है तो बहुत दर्द करती है. इसके लिए भी कुनकुनी सिंकाई फायदेमंद होती है. अगर परेशानी इससे ठीक न हो तो डौक्टर से मिलें. वे इस जगह पर लगाने के लिए मलहम और आंखों में डालने के लिए आईड्रौप दे सकते हैं, जिससे यह परेशानी जल्दी ठीक हो जाती है. ये दाने आंखों की सही तरह से सफाई न करने से हो जाते हैं. मसकारा या आईलाइनर लगाने और रात को सोने से पहले उन को निकालने में सावधानी नहीं बरतने से ऐसा हो जाता है.

4. नाखून को आंखों से रखें दूर

आंखों की श्लेष्मला में एक त्रिकोण जैसी भद्दी मटमैली चीज आंखों के अंदरूनी कोने से स्वच्छ पटल की ओर बढ़ने लगती है. इसका सिरा स्वच्छ पटल की ओर होता है. यह ज्यादातर आंख के नाक वाले कोने की तरफ से शुरू होता है. कभी-कभी यह बड़ी गोल पुतली की दोनों तरफ हो जाता है. यह आंखों में दाग का काम करता है. आंखों की सुंदरता को खराब करता है. यह अकसर गंदे पानी, धूल, धुआं और धूप से लाल होने वाली आंखों में होता है. इससे आंखें बदसूरत हो जाती हैं और यह आंखों में चुभने भी लगता है.

अगर नाखूनों के बढ़ने की रफ्तार ज्यादा है तो तत्काल डाक्टर से मिलें. धूप में निकलने से पहले रंगीन चश्मे का प्रयोग करें. चश्मा ऐसा हो जो आंखों को पूरी तरह ढक ले, जिस से आंखों को सीधे सूर्य की रोशनी न लगे. धूप, धुआं और धूल से आंखों को बचाएं. आंखों को ढकने के लिए अच्छी टोपी भी पहन सकते हैं. औपरेशन के जरीए ही इसे हटाया जा सकता है. यह औपरेशन आंखों के डाक्टर द्वारा किया जाता है और आसान होता है.

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5. कंजक्टिवाइटिस से बचें

आंखों का लाल होना, उन में कीचड़ आना, दर्द होना, पलकों का आपस में चिपक जाना और आंखों में जलन होना, आंख आना यानी कंजक्टिवाइटिस कहलाता है. यह अकसर मौसम बदलने और बीमार आदमी के संपर्क में आने से होता है. जब आप बीमार आदमी का तकिया, रूमाल और तौलिया इस्तेमाल करते हैं तो कंजक्टिवाइटिस हो जाता है. आमतौर पर जब घर में किसी एक को यह बीमारी हो जाती है तो दूसरे लोगों को भी यह बीमारी हो जाती है. कुछ सावधानियां बरत कर इस से बचा जा सकता है. जब भी इस रोग के रोगी के संपर्क में आएं तो हर बार अपने हाथों को साबुन से अच्छी तरह जरूर धोएं. इस तरह के रोगी की देखभाल सावधानी से करनी होती है. इस के लिए साफसफाई का पूरा खयाल रखना चाहिए.

पानी को उबाल कर थोड़ा ठंडा हो जाने दें. इस के बाद आंखों को इस से साफ करें और रूई के गोलों में पानी ले कर आंखों की सिंकाई भी करें. आंख में लाली और सूजन ज्यादा हो तो बर्फ से भी इस की सिंकाई की जा सकती है. डाक्टर की दी गई दवा आंखों में डालें. इस से लाभ होगा.

6. पलकों और पलकों के बीच पीले रंग के चकत्ते

पलकों और पलकों के बीच पीले रंग के चकत्ते बन जाते हैं. इस से कोई बहुत नुकसान नहीं होता. यह देखने में खराब लगता है. इसे काट कर निकाला जा सकता है. यह आमतौर पर स्किन की बीमारी होती है. इसे किसी तरह की क्रीम, लोशन और टैबलेट से दूर नहीं किया जा सकता है.

7. आंखों में रूखापन होने से बचें

आंखों में चुभन, रगड़न, जलन का होना, आंख का लाल हो जाना, चिपचिपा लगना और धुंधला नजर आना आंखों में रुखेपन की निशानी है. इस का कारण आंसुओं का अच्छी तरह से न बनना होता है. पलकों के ठीक से न खुलने और बंद होने से भी यह रोग हो जाता है. कम पानी पीने और मेनोपौज होने वाली औरतों को भी यह बहुत होता है. एअरकंडीशन में ज्यादा समय बैठने वालों को भी इस तरह की परेशानी हो जाती है. सही देखभाल और डाक्टर की सलाह से इसे दूर किया जा सकता है.

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ब्राइडल मेकअप फौर डे एंड नाइट वैडिंग…

मेकअप में स्किनटोन और ड्रैस के साथ-साथ यह भी मायने रखता है कि वह दिन के हिसाब से किया गया है या फिर रात के और जब बात ब्राइडल मेकअप की हो तो इस बात का खयाल रखना और भी जरूरी हो जाता है. पेश हैं, भारती तनेजा डाइरैक्टर औफ ऐल्प्स ब्यूटी क्लीनिक ऐंड ऐकैडमी द्वारा दिए गए कुछ खास टिप्स:

1. डे ब्राइडल मेकअप

दिन के ब्राइडल मेकअप के लिए सब से जरूरी है मेकअप का बेस बनाना. मेकअप का बेस जितना बेहतर होगा, मेकअप उतना ही खूबसूरत और नैचुरल दिखेगा. कई ब्राइडल बेस बनाने में भी गलती करती हैं जो मेकअप का सब से अहम भाग है. बेस के लिए हमेशा स्किन से मैच करता हुआ शेड ही चुनें यानी न अधिक लाइट, न ज्यादा डार्क. इसे चुनने के लिए इसे हाथ पर लगा कर देखने के बजाय चेहरे पर या जौ लाइन पर लगा कर देखें.

4 टिप्स: इस गरमी बेझिझक पहनें स्लीवसेस ड्रेस

– मेकअप की शुरुआत प्राइमर से करें. पूरे चेहरे पर अच्छी तरह से प्राइमर अप्लाई करें. इस से चेहरे का मेकअप करना आसान होगा और स्किन एकसार दिखेगी. फिर चेहरे के दागधब्बों पर कंसीलर लगा कर उन्हें छिपाएं. आंखों के नीचे, आईब्रोज के बीच भी कंसीलर अप्लाई करें. ऐसा करने से चेहरा बेदाग नजर आएगा.

– अब बारी है फाउंडेशन की. स्किन पर ब्रश की सहायता से फाउंडेशन ऐसे अप्लाई करें जैसे आप पेंट कर रही हों. इस के बाद अंडाकार स्पंज की सहायता से इसे ब्लैंड करें. ब्रश की सहायता से अतिरिक्त फाउंडेशन हटा कर लूज पाउडर की सहायता से बेस को सैट करें. इस से चेहरे पर नैचुरल चमक आएगी.

– अब कंटूरिंग के लिए चीकबोंस पर हलके शेड की लेयर, बीच में उस से डार्क और अंत में डार्क लेयर बना कर ब्लैंड करें. अच्छी तरह ब्लैंड होने पर आप के चेहरे के फीचर्स उभर आएंगे. इस के बाद आई मेकअप, लिप मेकअप और हेयरस्टाइल कर सकती हैं.

2. नाइट ब्राइडल मेकअप

रात में ब्राइडल मेकअप दिन की तुलना में डार्क किया जाता है. इस के लिए मेकअप का कलर बोल्ड होना चाहिए. 3-4 कलर को मिक्स कर के भी मेकअप किया जा सकता है. शादी के दिन अच्छा दिखने में आंखों का बहुत बड़ा महत्त्व होता है ऐसे अगर इन की सही देखभाल न की जाए तो ये आप के किएकराए में पानी भी फेर सकती हैं.

5 टिप्स: खूबसूरती का खजाना है बेसन, फायदे जानकर हो जाएंगे हैरान

आंखों के लिए स्मोकिंग कलर का प्रयोग किया जा सकता है. अपनी आंखों की ओर ध्यान खींचने के लिए आप ब्राउन, ग्रे और ग्रीन कलर के आईलाइनर का उपयोग आंखों के ऊपरी और निचले हिस्सों में कर सकती हैं. अगर आप की आंखें भूरी हैं तो आप पर्पल और ग्रे कलर का आईलाइनर लगा सकती हैं और अगर आंखें हरी और नीली हैं तो आप के लिए ब्रौंज शेड और डार्क ब्राउन बेहतर विकल्प हैं.

अगर औयली है स्किन

यदि स्किन औयली है और पसीना बहुत आता है, तो टू वे केक का इस्तेमाल आप के लिए बेहतर है, क्योंकि यह एक वाटरप्रूफ बेस है. इस के अलावा आप अपनी स्किन के लिए पैन स्टिक और मूज का भी इस्तेमाल कर सकती हैं. मूज चेहरे पर लगाते ही पाउडर फौर्म में तबदील हो जाता है, जिस कारण पसीना नहीं आता. यह अतिरिक्त औयल रिमूव कर के फेस को मैट फिनिश और लाइट लुक देता है. इसे हथेली में ले कर स्पंज या ब्रश की मदद से चेहरे पर एकसार फैला लें.

5 टिप्स: शादी से पहले पाएं हैल्दी बाल

अगर स्किन बहुत ज्यादा औयली है या गरमी के मौसम में मेकअप कर रही हैं तो पहले फाउंडेशन से चेहरे पर बर्फ की मसाज लें. औयली स्किन पर दाग नजर आते हैं. इस से बचने के लिए कंसीलर लगाएं. कंसीलर और फाउंडेशन लगाने के बाद मेकअप को ट्रांसलूसैंट पाउडर से सैट करें. इस से मेकअप ज्यादा देर तक टिका रहेगा और फैलेगा भी नहीं.

अगर स्किन है ड्राई

अगर आप की स्किन ड्राई है तो आप मेकअप के दौरान पाउडर का यूज न करें. ऐसा करने से आप की स्किन और भी ड्राई हो सकती है. स्किन ड्राई होने पर आप रिंटिड मौइश्चराइजर, क्रीम बेस्ड फाउंडेशन का इस्तेमाल कर सकती हैं और अगर नौर्मल स्किन है तो आप के लिए फाउंडेशन और कौंपैक्ट अच्छे औप्शंस हैं.

ऐसे चुनें सही पैकेज…

प्रोफैशनल मेकअप आर्टिस्ट ढूंढ़ रही हैं तो बजट 15 हजार से लाख 2 लाख तक भी जा सकता है. कुछ ब्राइडल पैकेजस में दुलहन के साथ उस के करीबियों का मेकअप भी शामिल होता है. वैडिंग सीजन शुरू होते ही आप को औनलाइन व औफलाइन कई स्पैशल औफर्स दिखेंगे.

वैक्स करवाते समय रखें इन 5 बातों का खास ख्याल

कई पैकेजस शादी की अलग-अलग रस्मों के दौरान भी सर्विस देते हैं जैसे मेहंदी, संगीत, शादी और फिर रिसैप्शन. शादी के कुछ दिन पहले मेकअप ट्रायल जरूर लें. इस से आप को और मेकअप आर्टिस्ट को आइडिया मिल जाता है कि आप की स्किनटोन पर कौन सा मेकअप अच्छा लगेगा और कौन से लुक में आप ज्यादा आरामदायक महसूस करेंगी.

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Wedding special: मंडप के नीचे

सर्वश्रेष्ठ  संस्मरण

बात मेरे बड़े भाई की शादी की है. मेरे मम्मीपापा ने लड़की वालों को पहले ही कह दिया था कि हमें सिर्फ लड़की चाहिए दहेज नहीं.

शादी की एक रस्म में दूल्हादुलहन को कुशन पर बैठाया गया. फिर उस कुशन को लड़की वाले लड़के वालों से ले जाने को कहने लगे. लड़के वाले इसे मजाक ही समझ रहे थे. पर जब लड़की वाले पीछे ही पड़ गए कि यह कुशन आप को ले जाना ही पड़ेगा, तो यह बात पापा को अच्छी नहीं लगी. उन्होंने कहा, ‘‘हम ने लड़की वालों से पहले ही कह दिया था कि हम सिर्फ लड़की ले कर जाएंगे. अब आप की बेटी हमारी बेटी है. उस के हर सुखदुख की जिम्मेदारी अब हमारी है. इसलिए कृपया हमें यह कुशन ले जाने के लिए मजबूर न करें वरना हम लड़की को भी नहीं ले जाएंगे.’’

पापा की इस बात पर दुलहन के पापा ने कहा, ‘‘जहां आज दहेज न मिलने पर बरातें लौट जाती हैं, वहीं ऐसे लोग भी हैं जिन्हें दहेज में एक चीज भी मंजूर नहीं. मैं बहुत खुश हूं, जो मेरी बेटी को ऐसी ससुराल मिल रही है.’

रजनी मोघा

यह वाकेआ मेरी सहेली की शादी का है. उस ने शादी के पहले कभी साड़ी नहीं पहनी थी. साड़ी पहने वह बहुत असहज महसूस कर रही थी. सभी रस्मों के बाद जब विदाई होने लगी तो उस की मां ने खूब लंबा घूंघट निकाल दिया और फिर रोने लगीं. सहेली ने मुझ से धीरे से कहा, ‘‘मुझे तो रोना आ ही नहीं रहा है. उलटे गुस्सा आ रहा है कि इस साड़ी से कब मुक्ति मिलेगी.’’

तब मैं ने उसे सलाह दी कि घूंघट में किसी को कुछ दिखाई नहीं देगा तू झूठमूठ रोने का नाटक कर.

इसी बीच उस की मां उस से गले मिलते हुए बोलीं, ‘‘अब चाचीमामी सब से गले मिल ले.’’

तब सहेली मामी के गले लगते हुए उन्हें चाची पुकारने लगी तो चाची के गले लगते हुए उन्हें मामी पुकारने लगी.

मैं उस के पास जा कर बोली, ‘‘तू सब गड़बड़ कर रही है… ये मामी नहीं चाची हैं.’’

यह सुनते ही वहां उपस्थित सभी जोरजोर से हंसने लगे तो विदाई का गमगीन माहौल हंसी में बदल गया.

अमिता गुप्ता

बात मेरी सहेली की शादी की है. इस शादी से पहले उस की किसी न किसी बात पर 3 बार सगाई टूट चुकी थी, इसलिए अब वह शादी नहीं करना चाहती थी. किंतु घर वालों के बहुत समझाने पर वह किसी तरह राजी हो गई.

सगाई के दिन चुपचाप उस ने अपने होने वाले पति से अपनी सगाई 3 बार टूटने वाली बात बता दी. तब भी लड़के ने उसे पसंद कर के शादी के लिए हां कह दी.

शादी से 2 दिन पहले लड़की वाले लड़के वालों के यहां तिलक की रस्म के लिए गए. तब पता नहीं लड़के वालों को यह बात कैसे पता चली कि इस लड़की की सगाई पहले 3 बार टूट चुकी है.

अत: उन्होंने लड़की वालों पर आरोप लगाया कि उन्होंने यह बात उन्हें क्यों नहीं बताई. वे पहले इस बात का पता लगाएंगे. उस के बाद ही तिलक की रस्म पूरी करने का निर्णय लेंगे.

इस बात से लड़की वाले बहुत परेशान हो गए. किंतु जैसे ही लड़के को यह बात पता चली उस ने बहुत हिम्मत के साथ अपने घर वालों को बताया कि उसे लड़की ने इस बारे में बता दिया है और वह इसी लड़की से शादी करेगा.

लड़के का फैसला सुन कर उस के घर वालों को उस की बात माननी पड़ी और फिर तय समय पर तिलक की रस्म और फिर शादी हो गई.

ज्योत्सना अग्रवाल

मेरी मौसी की बेटी का विवाह संपन्न घराने में तय हुआ. लड़के वालों की मांग थी कि मौसीजी उन के शहर में आ कर विवाह करें. भोजन आदि की व्यवस्था लड़के वाले कर लेंगे. लड़की वाले केवल खर्च का भुगतान करेंगे.

मौसीजी को थोड़ा संशय हुआ कि कहीं लड़के वाले लालची प्रवृत्ति के तो नहीं हैं. पर हां कहने के अलावा और कोई चारा भी तो नहीं था.

तय दिन लड़की वाले वहां पहुंच गए. एक शानदार होटल में उन का स्वागत हुआ. खाना भी लजीज था. डांसर भी बुलाए गए थे. मौसीजी का शक और पुख्ता हो गया, पर चुप रहने के अलावा करतीं भी क्या?

फेरों के समय जब साली ने दूल्हे से नेग मांगा तो उन्होंने न केवल झट से क्व21 हजार निकाल कर दिए, बल्कि 12 सोने की अंगूठियां भी दीं ताकि रिश्ते में जोजो सालियां लगती हैं उन्हें बांटी जा सकें.

यह देख कर मौसी के मन में उमड़े संशय के बादल छंट गए और उन्होंने खुशीखुशी अपनी बेटी को विदा किया.

शालिनी कालड़ा

हेयर रिमूवल क्रीम: बिना दर्द के पाएं सौफ्ट, स्मूद और क्लीन स्किन

चाहे गर्ल्स की बात हो या फिर महिलाओं की, सभी यही चाहती हैं कि उन की स्किन सौफ्ट, स्मूद व क्लीन हो, जिसे देख हरकोई तारीफ किए बिना न रह सके और साथ ही वे भी अपनी चमकतीदमकती स्किन को देख खुद कौन्फिडैंट फील करे.

जहां तक सवाल क्लीयर स्किन का है तो वे स्किन से अनचाहे बालों को हटाने के लिए कभी वैक्सिंग तो कभी शेविंग का सहारा लेती हैं, जिस में स्किन जलने व कटने का ही डर बना रहता है. जबकि आप को बता दें कि इन तरीकों से परे हेयर रिमूवल क्रीम का प्रयोग बैस्ट है, जो स्किन को क्लीन बनाने के साथसाथ हेयर्स को भी रिमूव करती है.

1. मिनटों में दे क्लीयर स्किन

आज हमारा लाइफस्टाइल इतना बिजी हो गया है कि हमारे पास खुद के लिए समय निकालना मुश्किल है. ऐसे में घंटों पार्लर में बैठने की बात सोचना तो मुमकिन ही नहीं है. ऐसे में हेयर रिमूवल क्रीम से आप घर बैठे मिनटों में क्लीयर स्किन पा सकती हैं और वह भी बिना किसी दर्द के. इस संबंध में हाउसवाइफ रिया बताती हैं कि वे घरपरिवार की जिम्मेदारियां निभाने में इतनी अधिक बिजी रहती हैं कि उन के पास खुद के लिए टाइम ही नहीं बचता है.

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जब एक दिन अचानक उन्हें किसी फ्रैंड के घर जाना पड़ा तो उन के पास इतना वक्त नहीं था कि वे पार्लर में जा कर वैक्सिंग करवातीं. ऐसे में उन्होंने घर बैठे मिनटों में ही हेयर रिमूवल क्रीम से क्लीयर स्किन पा ली, जिस का सुविधाजनक होने के साथसाथ रिजल्ट भी काफी बेहतर था.

2. है पूरी तरह सेफ

आप जब भी पार्लर में जाती होंगी तो यही सोचती होंगी कि जो भी ब्यूटी प्रोडक्ट आप की स्किन पर अप्लाई किया जा रहा है वह सही भी है या नहीं. लेकिन कई बार पार्लर मे जा कर वैक्सिंग कराने से ऐलर्जी भी हो जाती है और फिर आप के पास पछताने के सिवा और कोई चारा नहीं रहता. जबकि फेम हेयर रिमूवल क्रीम से ऐसा नहीं होता, क्योंकि यह डर्मैटोलौजिकली और क्लीनिकली टैस्टेड होती है और हर स्किन टाइप पर सूट करती है.

3. क्यों है खास

रोज ऐक्सट्रैक्ट, विटामिन ए और फैटी एसिड इस क्रीम को खास बनाते हैं. इस में जहां लाइकोराइस स्किन पर ग्लो लाने का काम करता है, वहीं ऐवोकाडो औयल, जो विटामिन ए, डी और ई का अच्छा स्रोत होता है, स्किन को मौइस्चर प्रदान करता है.

4. कैसे करे वर्क

फेम फेयरनैस नैचुरल फेयर ऐंड सौफ्ट हेयर रिमूवल क्रीम वालों में मौजूद प्रोटीन को तोड़ देती है और इस से बाल कमजोर हो कर आसानी से निकल जाते हैं, साथ ही इस से त्वचा पर कोई दुष्प्रभाव नहीं होता है.

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5. अप्लाई करना भी आसान

हेयर रिमूवल क्रीम का इस्तेमाल करने के लिए आप को घंटों समय निकालने की जरूरत नहीं है. आप किट में मौजूद स्पैचुला की मदद से क्रीम अप्लाई कर 3 से 6 मिनट बाद हटा लें. रिजल्ट आप को खुद नजर आ जाएगा.

6. यह भी जरूर जाने

– यह क्रीम कई वैरिऐंट्स में उपलब्ध है- रोज (सैंसिटिव स्किन टाइप), गोल्ड (सभी प्रकार की स्किन), सैंडल (ड्राई स्किन) और टर्मरिक (औयली स्किन) के लिए.

– 3-6 मिनट में काम करती है और यह डर्मैटोलौजिकली और क्लीनिकली टैस्टेड है.

– इस में है फेयरनैस प्रौपर्टीज, जो अंडरआर्म्स और बिकिनी लाइन के लिए पूरी तरह सेफ है.

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ऑयली, ड्राई, नॉर्मल और सेंसटिव, जानिए कौन सी स्किन के लिए कौन सा टोनर है परफेक्ट?

खूबसूरत तो हर महिला दिखना चाहती है, लेकिन उसके लिए जरूरी मेकअप टिप्स को स्किप कर देती हैं. और फिर जब अपनी स्किन की तुलना दूसरी महिलाओं से करती हैं तो निराश हो जाती हैं कि पता नहीं क्यों इतने ब्यूटी प्रोडक्ट्स लगाने के बावजूद भी हमारी स्किन क्लीन नहीं हैं , एक्ने की समस्या है. ऐसे में अगर आप हमेशा अपनी स्किन को क्लीन बनाना चाहती हैं तो आपको अपनी ब्यूटी किट में टोनर को जरूर शामिल करना चाहिए.  ताकि आपकी स्किन निखर कर आ सके.

क्या है टोनर  टोनर एक ऐसा स्किन केयर उत्पाद है, जो पानी पर आधारित होता है. ये बड़े रोमछिद्रों को सिकोड़ कर उसमें धूलमिट्टी जाने से रोकता है. साथ ही आयल को कंट्रोल करके चेहरे पर जमी गंदगी को आसानी से क्लीन करके आपके चेहरे को क्लीयर बनाने का काम करता है. लेकिन क्लीयर का ये मतलब नहीं कि आप टोनर को फेसवाश की जगह इस्तेमाल करें. बस आपको इसे रोजाना अपने  ब्यूटी रूटीन में शामिल करने की जरूरत है. लेकिन अब सवाल ये उठता है कि मार्केट में तरह तरह के टोनर्स मिलते हैं , लेकिन क्या वो हर तरह की स्किन टोन के लिए परफेक्ट होते हैं. जानते हैं इस बारे में ब्यूटी एक्सपर्ट निहारिका  से कि किस स्किन पर कौन सा टोनर सूट करता है.

ऑयली स्किन  ऑयली स्किन के लिए कुकुम्बर पोर टाइटनिंग स्किन टोनर बेस्ट रहता है. क्योंकि ये स्किन को कूलिंग इफ़ेक्ट देने के साथसाथ स्किन के ph लेवल को मैंटेन रखने का काम जो करता है. साथ ही अगर इसमें  बेयरबेरी और पेप्परमेंट आयल भी मिला हो, तो ये  स्किन के पोर्स को टाइट करके नेचुरल तरह से स्किन को ग्लोइंग बनाने का काम करता है. – टी ट्री अल्कोहल फ्री टोनर ऑयली स्किन पर काफी सूट करता है. क्योंकि ये स्किन से सारी गंदगी को रिमूव करने में कारगर जो होता है. साथ ही  अगर इसमें ग्ल्य्कोलिक एसिड हो तो ये एक्ने और ऑयली स्किन के लिए काफी लाभदायक साबित होता है. स्किन को ब्राइट व रिफ्रेश करने का काम करता है. बस इस बात का ध्यान रखें कि इसमें पराबिंस, sls , पाबा न हो. – रोज टोनर न सिर्फ ऑयली बल्कि हर तरह की स्किन पर असरदार होता है.  ये स्किन के ph लेवल को बैलेंस करके पोर्स को टाइट करके स्किन को हाइड्रेट करने के साथ साथ स्किन को एक्ने से बचाने का काम करता है.

क्या देखें जब भी ऑयली स्किन के लिए टोनर खरीदें तो देखें कि उसमें अल्फा हाइड्रोक्सी एसिड और बीटा हाइड्रोक्सी एसिड जरूर होना चाहिए. क्योंकि ये नेचुरल तरीके से स्किन पर काम करते हैं.

2 ड्राई स्किन  – अगर आपकी स्किन ड्राई है, तो आपको ऐसे टोनर का इस्तेमाल करना होगा, जो आपकी स्किन से गंदगी को भी रिमूव कर दे, साथ ही आपकी स्किन को हाइड्रेट रखने का भी काम करे.  इसके लिए आप रोज हाइड्रेशन टोनर का इस्तेमाल कर सकती हैं. क्योंकि जहां रोज वाटर स्किन को नौरिश करने का काम करता है, वही अगर इसमें  ह्यलुरोनिक एसिड  भी हो, तो ये स्किन को कई घंटो तक हाइड्रेट रखने का काम करेगा. – एलो जूस युक्त टोनर स्किन से सारी गंदगी को रिमूव करने में सक्षम होने के साथसाथ स्किन टोन को इम्प्रूव करके स्किन को डीप हाइड्रेट करने का काम करता है. क्योंकि ये 100 परसेंट नेचुरल जो होता है. इसे न सिर्फ ड्राई स्किन वाले बल्कि हर तरह की स्किन वाले इस्तेमाल कर सकते हैं. ये आपको मार्किट में आसानी से मिल जाएगा. –  लोशन युक्त स्किन टोनर  भले ही थोड़े महंगे होते हैं , लेकिन ये ड्राई स्किन के लिए काफी अच्छे होते हैं.  जब भी ऐसे टोनर खरीदें तो देखें कि उसमें अल्फा हाइड्रोक्सी एसिड जरूर हो, क्योंकि ये स्किन से डेड और ड्राई स्किन को निकालने का काम जो करता है. वहीं अगर इसमें विटामिन्स, मिनरल्स और एमिनो एसिड होगा तो ये स्किन को गहराई तक नौरिश भी करेगा.

3 एक्ने प्रोन स्किन  अगर आपकी एक्ने प्रोन स्किन है, तो आपके लिए कोई भी प्रोडक्ट खरीद लेना सही नहीं होगा. क्योंकि इससे आपकी स्किन के ख़राब होने का डर बना रहता है. ऐसे में जब भी अपने लिए टोनर खरीदें तो देखें कि उसमें बीटा हाइड्रोक्सी एसिड, अल्फा हाइड्रोक्सी एसिड और पाली हाइड्रोक्सी एसिड जरूर हो, क्योंकि ये स्किन को एक्सफोलिएट , पोर्स को क्लीन करने के साथ साथ सीबम के उत्पादन को काम करने का काम करते हैं. साथ ही अगर टोनर में सल्फर हो तो भी अच्छा है, क्योंकि इसमें एंटी इंफ्लेमेटरी और आयल को कंट्रोल करने वाली प्रोपर्टीज होती हैं. लेकिन इन इंग्रीडिएंट्स के साथ ये भी देखें कि उसमें स्किन को ठंडक पहुंचाने वाले इंग्रीडिएंट्स जैसे एलोवीरा , रोज वाटर भी मिला हुआ हो, तभी आपको अच्छा रिजल्ट मिलेगा.

4 सेंसिटिव स्किन  अगर आपकी स्किन सेंसिटिव है, कोई भी  प्रोडक्ट इस्तेमाल करके के बाद स्किन रेड पड़ जाती है, तो आप केमोमाइल आधारित टोनर का चयन करें. क्योंकि ये स्किन की इर्रिटेशन को कम कर दाग धब्बो को कम करके मुंहासों से लड़ने में कारगर होता है. साथ ही आपके कलर को भी इम्प्रूव करने  का काम करता है. यहां तक कि आप इसके लिए रोज ग्लो टोनर का भी इस्तेमाल कर सकते हैं , क्योंकि ये स्किन को नौरिश करने के साथ साथ स्किन के ph लेवल को बैलेंस करने के साथसाथ पोर्स को छोटा करने का काम करता है. साथ ही ये एजिंग को भी रोककर आपको हमेशा यंग लुक देता है. – बता दें कि लैवेंडर टोनर  सेंसिटिव स्किन के लिए बेस्ट होते हैं. क्योंकि ये स्किन को हाइड्रेट, रिफ्रेश, पोर्स को टाइट करने के साथसाथ स्किन के ग्लो को मैंटेन रखते हैं. बस इस बात का ध्यान रखें कि जब भी प्रोडक्ट खरीदें तो वो अल्कोहल, पैराबेन्स , सलफेट और फ्रेग्रेन्स फ्री होना चाहिए.

5 नोर्मल स्किन  अगर आपकी स्किन नॉर्मल है तो आप लैक्टिक एसिड युक्त टोनर का इस्तेमाल करें. क्योंकि ये पोर्स को छोटा करके स्किन की डलनेस को इम्प्रूव करने का काम करता है. साथ ही आपकी स्किन हमेशा यंग नजर आती है. और अगर आप अपनी स्किन के मोइस्चर लेवल को बढ़ाना चाहते हैं तो लैक्टिक एसिड युक्त टोनर का ही चयन करें. देखें कि उसमें केमिकल्स का इस्तेमाल नहीं किया गया हो. क्योंकि ये स्किन को धीरेधीरे ख़राब कर देते हैं.

कैसे करें टोनर का इस्तेमाल  चाहे आपकी कैसी भी स्किन हो आप रोज़ाना टोनर का इस्तेमाल कर सकते हैं. इसके लिए आप कॉटन बॉल लेकर उसमें थोड़ा सा टोनर स्प्रे करें, फिर उससे चेहरे व गर्दन को साफ करें , इससे गंदगी रिमूव होने के साथ साथ आपको अपनी स्किन में बदलाव नजर आने लगेगा. आपकी स्किन फिर दोबारा से खिल उठेगी. आप भी तो यही चाहती हैं न.  तो फिर अपने स्किन केयर रूटीन में टोनर का इस्तेमाल करना न भूलें.

Winter Special: कहीं आपकी स्किन नमी तो नही खो रही

27उम्र के साथ महिलाओं के शरीर में प्री-मेनोपॉज और मेनोपॉज़ के कारण कई केमिकल और हार्मोनल परिवर्तन होते हैं जो स्किन की नमी को नुकसान पहुँचाते हैं जिसके कारण स्किन अपनी खूबसूरती खो देती है. स्किन की खूबसूरती को बचाने के लिए के डर्मेटोलॉजी क्लिनिक की प्रसिद्ध डर्मेटोलॉजिस्ट, संस्थापक और अध्यक्ष, डॉ निवेदिता दादू बता रही हैं कुछ आसान से टिप्स.

कई कारण हैं जो एक टेक्सचर्ड स्किन स्थिति का कारण बनते हैं. कई बार अनेक डेड स्किन और केराटिनाइज़्ड कोशिकाओं के जमा हो जाने से और स्किन में होने वाली खुजली के कारण भी इसकी कोमलता पर असर पड़ता है. जिन लोगों को कभी मुंहासों/एक्ने हुए हों या अक्सर होते रहते हैं, उनकी स्किन की सतह के नीचे छोटे-छोटे निशान बन जाते हैं. जिन लोगों की स्किन अधिक मात्रा में सीबम (तेल) उत्पादन करती है, उनके पोर्स यानि कि रोमछिद्र बड़े हो जाते हैं. स्किन की सतह पर डेड स्किन का अत्यधिक निर्माण, अनुवांशिकता, सूरज की किरणों द्वारा क्षति और प्रदूषण, गलत कॉस्मेटिक प्रोडक्ट्स का प्रयोग भी स्किन को खुरदरी और असमान बना देता है.

ये कुछ आसान स्किनकेयर टिप्स हैं जिनकी मदद से आप ड्राई स्किन से राहत पा सकते हैं:

1. स्किन को हाइड्रेट करना सबसे जरुरी है – यानि कि स्किन कि नमी को बनाये रखना. इसके लिए ज़रूरी है की पहले आप अपनी स्किन को एक अच्छे फेसवॉश से साफ़ करें और फिर एक हाइड्रेटिंग मॉइस्चराइज़र लगाएं. यदि आपकी स्किन ऑयली है तो क्रीम के बजाय जैल वाले मॉइस्चराइजर का प्रयोग करें.

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2. AHA और BHA जैसे एसिड वाले स्किनकेयर उत्पादों का का प्रयोग करें. अल्फा हाइड्रॉक्सी एसिड (AHA) और बीटा हाइड्रॉक्सी एसिड (BHA) दो हाइड्रॉक्सी एसिड हैं जो विभिन्न स्किनकेयर उत्पादों जैसे क्लीन्ज़र, मॉइस्चराइज़र, पील्स और एक्सफ़ोलीएटिंग उत्पादों में पाए जाते हैं. यह एसिड स्किन के टेक्सचर और कोमलता के लिए सबसे अच्छे माने जाते हैं.

3. हम एक्सफोलिएशन का उल्लेख किए बिना इवन और शाइन स्किन की बात नहीं कर सकते हैं. इसके लिए आप एक फिजिकल एक्सफोलिएटर जैसे पिसे हुए अखरोट और जोजोबा ब्रीड्स या केमिकल एक्सफोलिएटर जैसे ग्लाइकोलिक या लैक्टिक एसिड का उपयोग आसानी से कर सकते हैं. एक्सफोलिएशन डेड स्किन सेल्स को धीमा कर देता है जो लेजी स्किन और स्किन के बंद छिद्र/पोर्स को बंद कर देते हैं और कांच जैसी बनावट देते हैं.

4. केमिकल पील्स टेक्सचर्ड, खुरदरी और असमान स्किन की स्थिति से छुटकारा पाने के लिए एक बहुत लोकप्रिय उपचार है. नियमित फेशियल की जगह फूलों के एसिड पील ट्रीटमेंट का इस्तेमाल करें. केमिकल पील्स आपको तुरंत परिणाम देते हैं और भीतर से ताजा और शाइन स्किन का निर्माण करते हैं.

5. स्किन के टेक्सचर को स्वस्थ बनाए रखने का एक सबसे अच्छा तरीका यह है कि आप बेड पर जाने से पहले इसे अच्छी तरह से साफ कर लें. ताकि मेकअप, सनस्क्रीन और धूल बाहर निकल जाए.

6.ड्राई और अनइवेन स्किन बनावट के लिए सनबर्न या सूरज की हानिकारक किरणों से होने वाली क्षति सबसे आम कारणों में से एक है. इसके लिए एक व्यापक स्पेक्ट्रम सनस्क्रीन जिसमें एसपीएफ ३० और पी ए रेटिंग +++ हो आप उसका इस्तेमाल करें और जब आप धूप में बाहर निकलें तो अपनी स्किन को जितना हो सके उतना ढकने का प्रयास करें.

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7.अपने छिद्रों को कम करने में मदद करने के लिए एक अच्छे अल्कोहल-मुक्त टोनर के साथ इसका प्रयोग करें.

8.ड्राई और अनइवेन स्किन से राहत पाने के लिए फेस मास्क का प्रयोग करें, फेस मास्क स्किन के बंद पोर्स को खोल देता है इसके लिए क्ले और नीबू एक्सट्रेक्ट वाले फेस मास्क का प्रयोग करें.

9. अगर स्किन की बनावट या स्किन की टेक्सचर में घर की देखभाल के साथ सुधार नहीं हुआ, तो स्किन के टेक्सचर में सुधार के लिए स्किन विशेषज्ञ की सलाह पर लेज़र ट्रीटमेंट ले सकते हैं.

ड्राय ब्रशिंग से निखारें ख़ूबसूरती

स्किन के टेक्स्चर को सुधारने के लिए ड्राय ब्रशिंग आज बेहतर विकल्प है. जिसका इस्तेमाल आज महिलाएं खूब कर रहीं हैं. इस बारे में मेहरीन मेकओवर्स की एक्सपर्ट मेहरीन कौसर कहतीं हैं कि ड्राय ब्रशिंग दुनिया में सबसे बड़ी ब्यूटी ट्रेंड्स में से एक है, जिसे बॉलीवुड एक्‍ट्रेस से लेकर आम महिलाएं भी इस्‍तेमाल करती हैं. आखिर क्या है ड्राय ब्रशिंग कैसे होती है और इसके क्‍या-क्‍या फायदे हैं? आइये जानें –

ड्राय ब्रशिंग क्या है

ड्राय ब्रशिंग का मतलब है ड्राय स्किन को ब्रश करना। ड्राय ब्रश का इस्तेमाल ना सिर्फ शरीर की डेड स्किन को निकालने के लिए बल्कि चेहरे की डेड स्किन को निकालने में भी किया जाता हैं. इसमें किसी तरह के साबुन और पानी की जरूरत नहीं है. लेकिन चेहरे पर इन ब्रश का इस्तेमाल काफी आराम और सावधानी से करना चाहिए.

ड्राय ब्रश का इस्तेमाल कैसे करें

नहाने से पहले स्किन पर ब्रश 10-15 तक धीरे-धीरे रगड़ें. ड्राय ब्रश का इस्तेमाल आप एड़ी से शुरू कर सकती हैं. उसके बाद आप अपने पेट और गले को ब्रश कर सकती हैं. ब्रश को सर्कुलेशन मोशन में चलाएं. इसी तरह से पूरे शरीर पर ड्राय ब्रशिंग करें. इस बात का विशेष ध्यान रखें कि ब्रश का इस्तेमाल ज्यादा तेजी से शरीर में ना करें. क्योंकि इससे आपको जलन या खुजली भी हो सकती हैं. ब्रशिंग करने के बाद हल्के गर्म पानी से शॉवर लें.

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कैसे चुनें ब्रशेस

मेहरीन कहतीं हैं ये ब्रशेस नैचुरल, सिंथेटिक फ़ाइबर या दोनों से मिलाकर बनाए जाते हैं इसलिए जिनकी त्वचा संवेदनशील है वो सिलिकॉन से बनाए हुए ब्रशेस का इस्तेमाल करें. नॉर्मल और ऑयली स्किन वाले हाइब्रिड से बनाए हुए ब्रश चुनें.

ड्राय ब्रश के फायदे

ड्राइ ब्रश करने के कई फ़ायदे हैं जैसे –

ड्राय ब्रशिंग से त्वचा पर मौजूद मृत कोशिकाएं यानी डेड स्किन सेल्स हट जाती है और त्वचा में निखार आता है.

ड्राय ब्रशिंग से त्वचा के बंद रोमछिद्र खुल जाते हैं और त्वचा सांस ले पाती है.

ब्रशिंग से ब्लड सर्कुलेशन में निखार आता है, जिससे त्वचा की रंगत निखरती है साथ ही त्वचा जवां व कोमल नज़र आने लगती है.

ड्राय ब्रशिंग से त्वचा चिकनी और भरी-भरी नज़र आती है और साथ ही खिली-खिली नज़र आती है.

ड्राय ब्रशिंग से चेहरे की डेड स्किन सेल्स और अन्य अशुद्धियां हट जाती हैं, जिससे चेहरे पर मुहांसे व ब्लैकहेड्स में कमी आती है.

ड्राय ब्रशिंग से बालों की ग्रोथ स्लो हो जाती है. पर अगर आप इसे शेड्यूल में शामिल करेंगी तब.

अगर आप रोजाना केवल पांच मिनट ड्राय ब्रशिंग करती हैं, तो बॉडी में जमा फैट कम होना शुरू हो जाता है.

इन बातों का ध्यान रखें:

चेहरे की ड्राय ब्रशिंग करना चाहती हैं तो इसके लिए ख़ासतौर पर बनाए गए ब्रश का ही इस्तेमाल करें.

बॉडी ड्राय ब्रश का इस्तेमाल चेहरे के लिए करने की ग़लती कभी भी न करें.

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अगर चेहरे पर रेडनेस या किसी भी प्रकार के रैशेस आते हैं, तो इसका इस्तेमाल करना बंद कर दें.

इस बात का खास ध्यान रखें कि आप अपना ब्रश किसी के साथ भी साझा ना करें.

यदि आप त्वचा की समस्याओं से गुज़र रही हैं, तो इसका इस्तेमाल करने से पहले एक बार स्किन एक्स्पर्ट से सलाह ज़रूर लें.

ड्राइ ब्रशिंग के तुरंत बाद आपको सीरम, मॉइस्चराइज़र या सनस्क्रीन का इस्तेमाल करना चाहिए.

ब्रशिंग के लिए हमेशा सॉफ्ट ब्रश का प्रयोग करें जैसे लंबे हैंडल वाला ब्रश व लूफाह.

कभी भी ब्रश को पानी से भीगोएं नहीं. हमेशा सूखे ब्रश का प्रयोग करें.

ब्रश को कम से कम हफ्ते में एक बार पानी या साबुन से जरूर धोएं.

जब आप ब्रश को धोएं तो उसे कुछ देऱ हवा में सूखने के लिए रख दें. अच्छी तरह सूखने के बाद ही इसे दोबारा प्रयोग करें.

मैं लाइट मेकअप करना चाहती हूं, इसका सही तरीका बताएं?

सवाल…

मेरी उम्र 21 साल है. मैं इन दिनों लाइट मेकअप करना चाहती हूं. कृपया इस का सही तरीका बताएं?

जवाब…

मेकअप करने से पहले यह सुनिश्चित कर लें कि आप का चेहरा पूरी तरह साफ हो. टोनर का इस्तेमाल करने से मेकअप फैलता नहीं है. लाइट मेकअप करते समय काजल का इस्तेमाल जरूर करें. लाइट मेकअप करते समय गाढ़े रंग का शैडो लगाने से बचें और अगर लगाना ही है तो न्यूट्रल कलर का इस्तेमाल करें. लाइट कलर की लिपस्टिक को ग्लौस के साथ लगाना बेहतर होगा. कोशिश करें कि आप ग्लिटर का इस्तेमाल न करें. दिन में धूप और गरमी के कारण आप का मेकअप खराब हो सकता है. इसलिए हमेशा वाटरप्रूफ ब्यूटी प्रोडक्ट्स का ही इस्तेमाल करें. मेकअप करने से 20 मिनट पहले सनस्क्रीन लगाना न भूलें.

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