सवाल-

मेरी आयु 33 वर्ष है. 3 हफ्ते पहले मेरा सिर दरवाजे से टकरा गया था और मुझे गंभीर चोट लगी थी. अब गरदन में भी दर्द होने लगा है. क्या इस से मुझे चिंतित होने की जरूरत है?

जवाब-

चोट का असर कई बार कुछ हफ्तों तक बना रहता है. सिर जब किसी भारी वस्तु से झटके से टकराता है, तो गरदन पर भी उस चोट का असर पड़ता है, जिसे गरदन की मोच कहा जाता है. इस में गरदन के सौफ्ट टिशू में मामूली इंजरी हो जाती है. अपनी गरदन को थोड़ा आराम दें. उस पर दबाव डालना या झटका न देना ही बेहतर होगा. अगर दर्द बराबर बना हुआ है तो डाक्टर को दिखाएं.

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सवाल-

मेरी उम्र 22 वर्ष है. मुझे गरदन में बारबार दर्द होता है. इस से मुझे कम से कम 1 सप्ताह तक तकलीफ होती है. क्या ऐसा मेरे लगातार कंप्यूटर पर काम करने के कारण होता है? बताएं, क्या करूं?

जवाब-

गरदन के दर्द के कई कारण हो सकते हैं, मसलन सौफ्ट इंजरी, सर्वाइकल स्पौंडिलाइटिस या मोच आदि. लेकिन गलत मुद्रा और गरदन झुका कर लगातार कंप्यूटर या किसी अन्य इलैक्ट्रौनिक डिवाइस पर आंखें गड़ाए रखने के कारण भी युवाओं में आजकल गरदन के दर्द की समस्या आम हो गई है. आप को अपनी मुद्रा सही करनी होगी. ऐसी कुरसी और मेज का इस्तेमाल करना होगा जो आप की गरदन और कंप्यूटर स्क्रीन के बीच समानांतर ऊंचाई बनाती हों. साथ ही, काम के दौरान बे्रक लेते रहें. थोड़ी चहलकदमी करें, अपनी गरदन घुमाएं और थोड़ा स्ट्रैचआउट कर लें. अगर इस के बाद भी समस्या बनी रहे तो डाक्टर से संपर्क करें.

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