परिस्थितियां कैसे बदल गईं कि भाभी जो मुझे ठीक से खाना नहीं देती थीं, बिजली के बिल तक का हिसाब लेती थीं, स्वयं उन के लिए जिंदगी का हिसाबकिताब करना जटिल हो गया?