मैं मूकदर्शक बना रहा.‘मेरे बारे में अभी तुम जानते ही क्या हो, मेरा पति अमेरिका में है. 5 साल पहले हमारा प्रेमविवाह हुआ था. शादी से पहले ही तय हो गया था कि वैल सैटल होने के बाद ही मैरिजलाइफ को ऐंजौय करेंगे. इस बीच एकदूसरे के व्यक्तिगत जीवन को कोई डिस्टर्ब नहीं करेगा. मैं ने अपने सपनों को विस्तार देने के लिए अपना देश चुना और वह अमेरिका चला गया.
‘शुरुआत के कुछ महीनों तक तो हम संपर्क में रहे फिर काम में ऐसे डूबे कि अपने बारे में सोचने की फुरसत ही नहीं मिली. आज मेरे पास लाखों का बैंक बैलेंस है. ऐशोआराम की हर चीज है. मेरी अपनी एक पहचान है पर मानसिक शांति नहीं है. मैं भीतर से बिलकुल खोखली हूं.’
उस की आंखों में सुरूर के लाल डोरे उभरने लगे थे.मैं चुपचाप खाना खाने लगा. वह भी खाती और पीती रही.‘सच कहूं श्रेयांश,’ वह बोली, ‘उस दिन तुम्हारी बातें मुझे मूर्खतापूर्ण लगी थीं. फिर धीरेधीरे तुम्हारी भावनाओं की मैं मुरीद होती गई. अपने प्यार के लिए कैरियर दांव पर लगाना मामूली बात नहीं है. यह काम तुम्हारे जैसा व्यक्ति ही कर सकता है. सोचती हूं वह लड़की कितनी खास होगी जिसे तुम ने प्यार किया.’
‘तुम्हारे पति भी तो तुम्हें प्यार करते होंगे?’ पानी पी कर मैं ने धीरे से पूछा.
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‘वह जिस कल्चर में रहता है वहां प्यार का अर्थ मतलबपरस्ती से है. पलक झपकते महिला और पुरुष पार्टनर बदल जाते हैं. बस, फायदा दिख रहा होना चाहिए. किसी की बीवी का दूसरे की बांहों में चले जाना आम बात है. बड़ी से बड़ी डील चुटकियों में हो जाती है. वहां पार्टियों का आयोजन होता ही इसलिए है कि जिस की बीवी जितनी सुंदर और बोल्ड वह उतना ही कामयाब. सब के सब जानवर हैं,’ उस ने घृणा से मुंह बनाया.