गुलाबजामुन से ज्यादा मीठी फूलवती की जिंदगी में सिर्फ कड़वाहट बच गई थी. आखिर उस के जीवन में ऐसा क्या हो गया कि उस के रिश्ते का न कोई सही रूप बचा था, न सही नाम मिला था.