वेदश्री, अभिजीत से प्यार करती थी और डा. साकेत, वेदश्री से प्यार करते थे. लेकिन प्यार और फर्ज की कशमकश में उलझी वेदश्री तय नहीं कर पा रही थी कि वह किसे चुने.