नमन किसी तरह उसे उस खौफ से बाहर निकालना चाह रहा था. लेकिन जो डर क्षितिजा के ऊपर हावी हो गया था वह निकलने का नाम ही नहीं ले रहा था. यह सोच कर ही वह सहम जाती कि अगर उस के बौस ने कहीं उस का वह न्यूड वीडियो वायरल कर दिया तो? कहीं उसी वीडियों को ले कर वह उसे ब्लैकमेल करने लगा तो वह क्या करेगी? उस के मन की ये सारी बातें नमन अच्छी तरह समझ रहा था.
क्षितिजा के दिलोदिमाग से हमेशा के लिए वह खौफ निकल जाए और वह नमन से शादी कर अपनी जिंदगी उस के साथ खुशी से बिता सके, इस के लिए नमन ने अपने मन में ही एक फैसला लिया. पहले तो उस ने अपनी पहले वाली जौब छोड़ क्षितिजा की ही कंपनी में नौकरी जौइन कर ली और फिर उस के बौस नरेश का भरोसा जीता. अब नरेश अपनी कंपनी के लिए जो भी फैसला लेता उस में नमन की राय जरूर शामिल होती थी.
नमन की बातें और उस का व्यवहार नरेश को इतना अच्छा लगने लगा कि उसे वह अपना सच्चा दोस्त नजर आने लगा. अपनी जिंदगी से जुड़ी हर बात वह उसे बताने लगा और नमन को अपने घर भी ले जाता. उस के साथ और उस की बातों से इतना तो समझ में आ गया नमन को कि नरेश एक नंबर का ऐयाश किस्म का इंसान है और क्षितिजा से पहले भी उस ने कई लड़कियों का इसी प्रकार शोषण किया है.
लेकिन सब इस डर से चुप रह गईं कि कहीं वह उन का आपत्तिजनक वीडियो वायरल न का दे. उस की गंदी हरकतों को जानने के बाद उस की पत्नी उसे छोड़ कर जा चुकी थी. लेकिन इस बात का उसे कोई मलाल नहीं था, बल्कि वह तो खुश था कि अब उसे कोई रोकनेटोकने वाला नहीं है. अपनी योजना के अनुसार जब नमन ने बताया कि आज उस का जन्म दिन है और इसलिए वह नरेश को एक छोटी सी पार्टी देना चाहता है और उस ने विदेशी शराब और लड़की का भी इंतजाम किया है तो सुन कर नरेश के मुंह में पानी आ गया. नमन बोला, पर एक शर्त है सर और वह यह कि पार्टी आप के घर पर ही होगी, क्योंकि...’’