मुझे अफसोस हो रहा था कि दो टुकड़ों में बंटा मेरा दोस्त मोमबत्ती की तरह पिघलपिघल कर अंधेरों में विलीन हो गया और मैं खुद को धिक्कारने के सिवा उस के लिए कुछ न कर पाया.