शादी का रंगीन ख्वाब मन में संजो कर रिनी ससुराल तो आई पर उस के सारे सपने जल्द ही धराशायी हो गए. जो दांपत्य महकते फूलों की खुशबू से गुलजार था, अब कंटीले जंगलों में तबदील हो चुका था.