रेखा, सिमी ग्रेवाल, मैडोना, प्रसिद्ध सिंगर/अभिनेत्री डेम जूली एंड्रयूज आदि कई ऐसे नाम हैं, जिन पर बढ़ती उम्र का कोई निशान या प्रभाव नजर नहीं आता. अपनी खूबसूरती के दम पर ये हस्तियां हर पार्टी में सब के लिए आकर्षण का केंद्र होती हैं. बेशक यह कास्मेटिक सर्जरी का कमाल हो सकता है, पर इस में परफेक्ट मेकअप का भी बहुत बड़ा हाथ होता है. मेकअप करना एक कला है, जिस से आप अपने चेहरे की खामियां छिपा कर उसे और अधिक आकर्षक बना सकती हैं. गए वे दिन जब मेकअप का अर्थ सिर्फ चेहरे पर ड्रेस से मेल खाते ब्लशर, आई शैडो और लिप कलर लगाना ही होता था. अब इस में भी आप की रचनात्मकता और कल्पनाशीलता का विशेष महत्त्व है.
क्या है लैटेस्ट ट्रेंड मेकअप के
मिनरल मेकअप आजकल का नवीनतम ट्रेंड है. इस मेकअप में ज्यादातर पाउडर फार्म में कास्मेटिक्स का प्रयोग किया जाता है. बेहद ही कम नजर आने वाला यह मेकअप मैट फिनिश वाला होता है. इस में इस्तेमाल होने वाले कास्मेटिक्स स्किन को किसी तरह का नुकसान नहीं पहुंचाते और ये स्किन में आसानी से मिल जाते हैं.
यह मेकअप खासतौर से 30 वर्ष से ऊपर की महिलाओं पर खूब फबता है. किसी भी ग्लौसी या क्रीमी फाउंडेशन के प्रयोग से चेहरे की झुर्रियां साफ नजर आती हैं जबकि सौफ्ट मैट फिनिश से नजर चेहरे की झुर्रियों के बजाय हाइलाइट हुए नैननक्श पर टिक जाती है.
नैचुरल व न्यूनतम मेकअप इस सीजन का एक अन्य ट्रेंड है. मेकअप आप की प्राकृतिक सुंदरता को उभारने के लिए किया जाता है, इसलिए इस सीजन में कम से कम कास्मेटिक्स के प्रयोग से सिर्फ चेहरे के फीचर्स को हाइलाइट किया जाएगा. ब्लशर और लिप कलर्स बेहद सौफ्ट एवं हलके रहेंगे और आई शैडो भी न के बराबर यानी न्यूट्रल रहेगा. ब्राउन, ब्लू या ग्रीन जैसे कलर ड्रामेटिक इफेक्ट के लिए प्रयोग किए जाएंगे. आइलाइनर और मस्कारा भी बेहद कम मात्रा में लगाया जाएगा, सिर्फ उतना कि आंखों का आकार सुंदर लगे. फिर भी मेकअप इफेक्ट में आंखों का मेकअप आकर्षण का मुख्य केंद्र होगा.