खूबसूरत ,निखरी, बेदाग स्किन हर महिला का अरमान होता है. लेकिन हर किसी की स्किन बेदाग और निकली हुई कुदरती हो जरूरी तो नहीं. कहीं यह सोच आप कंसीलर को इस्तेमाल करने में हिचकती तो नहीं? हिचक कैसी? आप भी अपने दिल के अरमान पूरा कीजिए और दिखिए खूबसूरत स्किन के साथ. बस मेकअप के दौरान कंसीलर की अहमियत को समझ सही तरह से प्रयोग करें. कंसीलर का शेड ,मेकअप करने से पहले कौन से कलर का प्रयोग, आपको रेडियंट ग्लो, क्लियर स्किन ,देकर आप का सौंदर्य निखार देता है, जरूर पता करें. क्या आपका कंसीलर आइडियल है? पहले यह समझे कि आपको कंसीलर की जरूरत क्यों होती है. असल में कंसीलर की जरूरत विशेष रूप से तीन चीजों, आंखों के नीचे के काले घेरे ,दाग और नाक ,मुंह और गालों के आसपास की स्किन/ लाल रंग के पैचेस़ को कवर अप और टोन डाउन करने के लिए होती है वो है.
मान लीजिए आपने कंसीलर खरीद लिया, लेकिन कहीं आप यह तो नहीं सोचती कि एक ही कंसीलर आपकी सारी जरूरतों को पूरा कर देगा ?अगर आप ऐसा सोच रही है तो आप बिल्कुल गलत है. आइए तो जानते हैं कैसे -अलग समस्या अलग हो कंसीलर..
आंखों के नीचे के डार्क सर्कल
इसके लिए आप क्रीम बेस्ड कंसीलर को चुने. यह मार्केट में लिक्विड रूप में उपलब्ध है. लेकिन लेते समय इस बात पर जरुर ध्यान दें कि यह ऐसा होना चाहिए ,जो आपकी स्किन में अच्छी तरह ब्लैंड हो जाए. आंखों के आसपास की स्किन बेहद ही सेंसिटिव,पतली और कोमल होती है. ऐसे में यदि आप क्रीमी लिक्विड कंसीलर से उसे थोड़ा भर देंगी तो आपकी स्किन बिल्कुल ही फ्लॉलेस नजर आने लगेगी. यदि अंडर आई के लिए आप रूखा या हैवी कंसीलर यूज करेंगी तो इससे आपकी स्किन केकी लुक देगी.