आजकल महिलाओं में केशों को हाईलाइट करने, कलर करने और फैशनेबल लुक देने का चलन बढ़ रहा है. हेयर ऐक्सटैंशन के प्रयोग से आप न सिर्फ अपने केशों को कलर्ड और फंकी लुक दे सकती हैं, बल्कि वौल्यूम देने और लेंदी बनाने में भी ये प्रयुक्त होते हैं.
हेयर ऐक्सटैंशन मुख्य रूप से 2 तरह के होते हैं:
सिंथैटिक (कृत्रिम) हेयर ऐक्सटैंशन.
ह्यूमन हेयर ऐक्सटैंशन (रेमी हेयर्स).
ह्यूमन हेयर ऐक्सटैंशन में आसानी से कटिंग, कर्लिंग और स्टाइलिंग हो सकती है पर सिंथैटिक हेयर ऐक्सटैंशन के साथ यह संभव नहीं है.
ह्यूमन हेयर ऐक्सटैंशन महंगे होते हैं पर कई वैराइटी और लुक में मिलते हैं. इन्हें आप नैचुरल केशों की तरह मैंटेन कर सकती हैं. जब कि सिंथैटिक ऐक्सटैंशन को शैंपू करते वक्त या ब्लो ड्रायर का प्रयोग करते वक्त हटाना पड़ता है.
हेयर ऐक्सटैंशन लगाने के विभिन्न तरीके:
वीविंग : इस में ऐक्सटैंशन हेयर को नैचुरल हेयर्स के साथ वीविंग कर के जोड़ा जाता है.
बौंडिंग : नैचुरल हेयर्स में ग्लू की सहायता से ऐक्सटैंशन हेयर चिपकाए जाते हैं. यह एक अस्थायी तरीका है और केश हटाते वक्त डैमेज भी होते हैं.
क्लिप इन : इन में ऐक्सटैंशन हेयर क्लिप की सहायता से लगाए जाते हैं. इन्हें आप कभी भी हटा सकती हैं और बड़ी सहजता से खुद लगा भी सकती हैं.
टेप औन : इस में टेप की सहायता से ऐक्सटैंशन हेयर मूल केशों से जोड़े जाते हैं.
मिनी लिंक्स: इस विधि में बिना किसी ग्लू, हीट, रिमूवर या कैमिकल के ऐक्सटैंशन हेयर नैचुरल हेयर्स में लगाए जाते हैं. इस काम के लिए एक सरकुलर लिंक (रिंग) का प्रयोग किया जाता है.