हनीमून का मतलब सब जानते हैं, किंतु आज इस का मतलब बदलने लगा है. कल तक हनीमून की पहुंच शिमला, कुल्लूमनाली, ऊंटी आदि जगहों तक ही सीमित थी. लेकिन अब इस की पहुंच देश की सीमाएं लांघ चुकी है. हनीमून का मतलब अब किसी शांत जगह पर कुछ दिन एक होटल के कमरे में बिताना नहीं रह गया है. आज नवदंपती कुछ नया चाहते हैं. भारत में दक्षिण अफ्रीका टूरिज्म के कंट्री हैड, हनेली बताते हैं कि आजकल नवदंपती पुरानी जगहों के बजाय दूरदराज की नईनई जगहों पर जा कर कुछ नया अनुभव करना चाहते हैं.यही नहीं, अब हनीमून की अवधि भी 5-6 दिनों से बढ़ कर 10-12 दिनों तक पहुंचने लगी है. हौलीडे तो जीवन में कई आएंगे, किंतु हनीमून एक बार ही आता है, इसलिए आज के नवविवाहित जोड़े इस का भरपूर आनंद उठाना चाहते हैं.
थौमस कुक ट्रैवल एजेंसी के लीजर ट्रैवल आउटबाउंड के सी.ओ.ओ. माधव पाइ कहते हैं कि नवदंपती द्वीपों में हनीमून मनाने में ज्यादा रुचि रखते हैं. मौरीशस, मालद्वीप, बाली, फिजी, कंबोडिया में काफी लोग हनीमून मनाना पसंद करते हैं. इसीलिए कई ट्रैवल कंपनियों ने नई जगहों के लिए टूअर आरंभ किए हैं.मेक माई ट्रिप डौट कौम के सी.ओ.ओ. केमूर जोशी ने बताया कि उन की कंपनी ने आकर्षक जगहों, जैसे लद्दाख, मालद्वीप, अंडमान निकोबार इत्यादि के लिए ऐसे हौलीडे पैकेज बनाए हैं, जिन में चार्टर प्लेन तक की सुविधा मौजूद है.आज हनीमून के कई प्रकार उभर आए हैं, जैसे :
ऐडवैंचरस हनीमून : ऐडवैंचर स्पोर्ट्स सिर्फ युगलों को ही नहीं, अपितु नवदंपतियों को भी लुभा रहे हैं. स्कूबा डाइविंग, अंडरवाटर फोटोग्राफी, रिवर राफ्टिंग, कैंपिंग, स्नोरकलिंग आदि हनीमून मनाने वालों को आकर्षित कर रहे हैं. कूओनी इंडिया ट्रैवल एजेंसी के आउटबाउंड डिवीजन की सी.ओ.ओ. कश्मीरा कमसारियत ने बताया कि उन की कंपनी हनीमूनर्स को नायाब अनुभव करवाती है, जैसे मौरीशस में पनडुब्बी में अंडरवाटर क्रूज, आस्ट्रेलिया में हौट एअरबैलून में घूमना, रैड सी में स्नोरकलिंग इत्यादि. इसी तरह जो हनीमूनर्स दक्षिण अफ्रीका जाते हैं वे केवल दर्शनीय स्थल देख कर ही नहीं लौट आते हैं, बल्कि दक्षिण अफ्रीका में वाइन रूट, स्पा व बुश मसाज का भी पूरापूरा आनंद उठाते हैं.