शादी की तारीख तय होते ही युवक युवती की तैयारियां शुरू हो जाती हैं. ये तैयारियां होती हैं एक दूसरे के साथ जिंदगी की नई शुरुआत करने की. वैसे तो शादी की तैयारी में बहुत सी बातें हैं, मगर युवती और युवक को सब से ज्यादा उत्साह जिस चीज का होता है वह है, एकदूसरे के लिए सजनेसंवरने का, जिस के लिए वे काफी सारी शौपिंग करते हैं. दिलचस्प बात यह है कि अब पहले की तरह शौपिंग में न तो युवती के मातापिता का दखल होता है और न ही युवक को अपने यारदोस्तों और मामाचाचा का सहारा लेना पड़ता है. अब तो विवाह सूत्र में बंधने वाला जोड़ा एकसाथ एकदूसरे की शौपिंग में मदद करता है.
देखा जाए तो यह सही भी है, क्योंकि शौपिंग में एकदूसरे का साथ व पसंदनापसंद जानने का भी मौका मिलता है. मगर शौपिंग के दौरान नए ट्रैंड और फैशन को ध्यान में रखना भी बहुत जरूरी है. कहीं ऐसा न हो कि छोटी सी भूल सारी तैयारियों पर पानी फेर दे.
लेटैस्ट पहनावा
इस में सब से पहले आते हैं युवकयुवती द्वारा पहने जाने वाले आउटफिट्स. जाहिर है इस विशेष अवसर पर उन का खास दिखना भी जरूरी है. इस के लिए हर कार्यक्रम में लेटैस्ट ट्रैंड्स को ध्यान में रखते हुए दोनों को ही अलगअलग परिधानों का चुनाव करना चाहिए. इस बाबत फैशन डिजाइनर श्रुति संचिति कहती हैं, ‘‘शादी का अवसर अब पहले की तरह पारंपरिक नहीं बल्कि फैंसी हो गया है, जिन कार्यक्रमों का स्वरूप पहले छोटा हुआ करता था अब वे बड़े स्तर पर होते हैं. रोका, सगाई, गोदभराई, मेहंदी व हलदी कुछ ऐसे कार्यक्रम हैं जिन में दूल्हा और दुलहन पक्ष के सभी लोग उपस्थित रहते हैं. ऐसे में होने वाले दूल्हादुलहन को इन सभी कार्यक्रमों के लिए पहले से तैयारी करनी पड़ती है.’’