खुशबू व्यक्ति के व्यक्तित्व को दर्शाती है. एक शोध के अनुसार, सुगंध व्यक्ति की संवेदना से जुड़ी होती है. अधिकतर महिलाएं और पुरुष मानते हैं कि सही खुशबू से ऊर्जा मिलती है अर्थात् यह एक प्रकार की ऐनर्जी है, जो शरीर को स्फूर्तिवान बनाती है.
दरअसल, सुगंध हमारी भावनाओं से जुड़ी होती है और काफी हद तक यह हमारे मस्तिष्क को भी प्रभावित करती है. अगर आप किसी खुशबू के दीवाने हैं या आप को वह सुगंध अच्छी लगती है तो आप अनायास उस तरफ खिंचे चले जाते हैं.
यों सुगंध का इतिहास काफी पुराना है. हजारों साल पहले भी इस का प्रयोग राजारजवाड़े करते थे. जानकारों के अनुसार, सब से पहले परफ्यूम का चलन मिस्र में हुआ था. जरमन वैज्ञानिकों को मिस्र के पिरामिड से धातु की बोतल में सूख चुका इत्र मिला है, जिस के राज के बारे में जानने की कोशिश की जा रही है. यह साढ़े तीन हजार साल पुरानी बोतल है.
सुगंध को ले कर महिलाओं और पुरुषों की पसंद में अंतर होता है. महिलाओं को फूलों की खुशबू अधिक अच्छी लगती है. वे मानती हैं कि परफ्यूम का प्रयोग उन के जीवन को तरोताजा बनाता है. इस का एक शावर उन्हें स्फूर्ति प्रदान करता है.
इस दिशा में लक्स ने हमेशा ध्यान दिया है. लक्स के साबुन में प्रयोग किए जाने वाले ‘फाइन फ्रैगरैंस’ के एक शावर का असर असली फूलों की तुलना में दोगुना होता है. इस के बाद महिला अपनेआप को असाधारण महसूस करती है.
अपनी खूबसूरती को बनाए रखने के लिए लक्स को ब्यूटी रूटीन में शामिल करना बेहद आवश्यक है ताकि आप की खूबसूरती अद्भुत महक के साथ हमेशा बरकरार रहे और आत्मविश्वास दिखे सब से अलग. अधिकतर लड़कियां 20 से 30 की उम्र में अपनी सुंदरता को ले कर ज्यादा सजग रहती हैं और रहें भी क्यों न? यह समय उन के विकास और कैरियर का होता है. वे सब से अलग और अट्रैक्टिव लगना चाहती हैं. वे ग्लैमरस, कामुक और साहस की महत्त्वाकांक्षी होती हैं. वे विश्वास करती हैं कि उन के सपनों को सच करने में खूबसूरती सब से अधिक जरूरी है. सुगंध एक महिला की ब्यूटी को पूरा करती है.