सर्दियां हों या गरमियां, स्किन को अच्छी तरह मौइस्चराइज करते रहना बहुत जरूरी होता है ताकि स्किन अंदर से हाइड्रैट हो कर आप को ड्राइनैस की समस्या से तो छुटकारा मिले ही, साथ ही स्किन ग्लोइंग भी नजर आए क्योंकि हाइड्रेशन के अभाव में स्किन ड्राई होने के साथसाथ एक्ने, टैनिंग, रैश इत्यादि की भी समस्या हो सकती है जबकि मौइस्चराइज करने से हैल्दी स्किन सैल्स भी प्रमोट होते हैं.
लेकिन कई बार हम स्किन को ज्यादा हाइड्रेट करने के चक्कर में स्किन को ओवर मौइस्चराइज करना शुरू कर देते हैं, जिस का परिणाम यह होता है कि स्किन खुद से कम मौइस्चर प्रोडूयस करना शुरू कर देती है. ऐसे में स्किन पर क्रीम्स की लेयर के नीचे की स्किन ड्राई हो जाती है. ऐसे में इस बात का ध्यान रखने की जरूरत होती है कि स्किन को मौइस्चराइज जरूर करें, लेकिन जरूरत से ज्यादा नहीं.
आइए, जानते हैं इस संबंध में ब्यूटी ऐक्सपर्ट नमिता से कि स्किन को ज्यादा मौइस्चराइज करने के क्या नुकसान हो सकते हैं:
क्लोग पोर्स की समस्या
जब भी हम स्किन पर ड्राइनैस को खत्म करने के लिए ओवर मौइस्चराइजर का इस्तेमाल करते हैं तो यह पोर्स को क्लोग कर देता है क्योंकि ज्यादा मौइस्चराइजर स्किन पर जम जाता है, साथ ही इस का हैवी टैक्सचर स्किन को ब्रीथ करने में जब मदद नहीं करता है तो पोर्स क्लोग हो जाते हैं और क्लोग पोर्स से औयल और डैड स्किन सैल बाहर नहीं निकल पाते हैं जो एक्ने, ब्रेकआउट्स का कारण बनने के साथसाथ आप की खूबसूरती को कम करने का काम करता है. इसलिए स्किन पर बैस्ट मौइस्चराइजर लगाने के साथसाथ उस की क्वांटिटी का भी खासतौर पर ध्यान रखने की जरूरत होती है.