कई हीरो और हीरोइनों को अपनी उंगली पर नचा चुके कोरियोग्राफर टैरेंस लुईस ‘डीआईडी’, ‘नच बलिए’, ‘हिंदुस्तान के हुनरबाज’ और ‘चक धूमधूम’ जैसे टीवी रिऐलिटी शोज के जज रहे चुके हैं. टैरेंस की खासीयत यह है कि वे प्रतियोगियों को काफी मोटिवेट करते हैं और अपने कमैंट्स व गाइडैंस से उन का बैस्ट निकलवा लेते हैं. यही वजह है कि आज वे अपनी अलग पहचान रखते हैं. एक माइक्रोबायलौजिस्ट और होटल मैनेजमैंट की पढ़ाई करने के बाद भी डांस में रुचि होने की वजह से टैरेंस ने परंपरागत पेशे को न अपना कर अपने दिल की बात सुनी और अपने लिए वह काम चुना, जिस में उन का मन रमता था. हालांकि, उन को शुरुआत में अपने परिवार से काफी नाराजगी मिली, लेकिन वे यह समझते थे कि उन्होंने अपने लिए बिलकुल सही रास्ता चुना है. टैरेंस की मेहनत और लगन ने उन्हें आज अपने क्षेत्र में काफी ऊंचाई पर ला दिया है. पेश हैं एक शो के दौरान उन से हुई बातचीत के खास अंश :

डांस की लत कैसे लगी?

डांस तो मैं बचपन से ही करता था. 14 साल की उम्र में मैं ने अपने स्कूल की तरफ से डांस इंटरनैशनल चैंपियनशिप में हिस्सा लिया था. वहां मौजूद जज परवेज शेट्टी ने मुझे डांस करते देखा और आगे बढ़ने को प्रोत्साहित किया क्योंकि उस प्रतियोगिता में मुझे पहला पुरस्कार मिला था. साथ ही, डांस सीखने के लिए स्कौलरशिप भी मिली थी.

जब मैं जैज बैलेट क्लासेज में डांस सीखने गया तो वहां के टीचर मेरा डांस देख कर खुश हो गए. परवेज शेट्टी सर के बाद अमेरिकन मौडर्न कन्टैंपरेरी डांस टीचर जौन फ्रीमैन का मेरी जिंदगी में आना मेरी लाइफ को ट्विस्ट कर गया.

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