मशहूर कास्टयूम जोड़ी रियाज व रेशमा गांगजी भारत के पहले कास्टयूम डिजाइनर हैं, जिनकी कंपनी ‘लिबास’ नैशनल स्टॉक एक्सचेंज में सूचीबद्ध हो गयी है. यानी कि ‘लिबास’ स्टॉक एक्सचेंज में सूचीबद्ध होने वाला पहला लेबल बन गया है.
इस संबंध में जब रियाज गांगजी से बात हुई, तो उन्होंने कहा, ‘‘इसका एकमात्र मूल मंत्र यही है कि जब आप लोगों का विश्वास हासिल करते हैं, तो आपकी कंपनी या आपका लेबल प्रगति करता है. इसके लिए हमें अपने उत्पाद या सेवा में कमी न आने पाए, इसके लिए सतत प्रयासरत रहना पड़ता है. यही काम हम कई दशक से करते आ रहे हैं. अब हम सार्वजनिक रूप से सूचीबद्ध हो गए हैं, तो हमारी जिम्मेदारी बढ़ गयी है. देखिए,फैशन शो खत्म होने के बाद लोग आंकड़ों पर ध्यान देते हैं. मेरी नजर में विशेश योग्यता के साथ व्यापार करने के लिए सक्षम होना बहुत महत्वपूर्ण होता है.’’
‘नैशनल स्टॉक एक्सचेंज’ में अपने लेबल ‘लिबास’ को सूचीबद्ध करने की प्रेरणा कहां से मिली? इस पर रियाज गांगजी ने कहा, “मैं एक रचनात्मक इंसान हूं. पर मैं संतुष्ट नहीं हो पा रहा था. हमें लगता था कि ‘लिबास’ हमारे अपने देश के हर शहर में पहुंचे. हम एफएमसीजी ब्रांड की तरह लोगों की जिंदगी को छूना चाहते हैं. यह सार्वजनिक निर्गम से ही संभव था. इसलिए इस दिशा में हमने प्रयास किया. दो वर्षों की लंबी प्रक्रिया के बाद अब हमारे ‘लिबास’ का पहला पब्लिक इश्यू बाजार में आ गया है.”
जबकि रियाज गांगजी की पत्नी और ‘लिबास’ में उनकी सहयोगी रेशमा गांगजी ने कहा, ‘‘हम पहले से ही पुणे, मुंबई, लुधियाना और दिल्ली में मौजूद हैं. बहुत जल्द हम दुबई में भी ‘लिबास’ खोल रहे हैं. हम भारत के हर शहर में अपनी मौजूदगी दर्ज कराने के लिए प्रयासरत हैं.’’