फिल्म ‘यारियां’ से चर्चा में आने वाली मौडल और अभिनेत्री रकुल प्रीत सिंह दिल्ली की है. उसने अपने कैरियर की शुरुआत मौडलिंग से की है. हिंदी के अलावा उसने तमिल, तेलगू,कन्नड़ फिल्मों में भी काम किया है. माध्यम चाहे कोई भी हो रकुल को किसी प्रकार की समस्या नहीं होती. उसे अच्छी और चुनौतीपूर्ण कहानियां प्रेरित करती है. छरहरी काया की धनी रकुल को एक्शन फिल्मों में काम करने की इच्छा है. उसे एडवेंचर और समुद्री तट बहुत पसंद है. समय मिलने पर वह नेचर के करीब जाना पसंद करती है. कौलेज के दिनों में वह गोल्फ प्लेयर रह चुकी है और फिटनेस को जीवन में अधिक महत्व देती है. उसके कई जिम सेंटर है, जिसकी देखभाल वह खुद करती है. इन दिनों उसकी हिंदी फिल्म ‘मरजावां’ के प्रमोशन को लेकर वह काफी उत्सुक है, पेश है उससे हुई बातचीत के कुछ अंश.
सवाल-इस फिल्म में आपकी भूमिका कैसी है?
तारा सुतारिया इस फिल्म में मूक अभिनय कर रही है और मुझे भारी भरकम संवाद निर्देशक ने दिए है. जब उन्होंने मुझे इस फिल्म के लिए नैरेट दिया तो उनका कहना था कि आजतक मेरी फिल्म में हीरो के लिए बड़ा संवाद होता है, लेकिन इस फिल्म में ये मौका मुझे मिलेगा और मुझे अच्छा भी लगा. इसमें मैंने 90 के दशक की तवायफ की भूमिका निभाई है, जो अदा और नजाकत के साथ शायरी बोलती है. पिछले कई सालों से ऐसी फिल्में आई नहीं है और मुझे लगता है, दर्शकों को ये फिल्म पसंद आयेगी. मेरे लिए ये चुनौती है, जिसमें मुझे कुछ नया करने को मिला है.