खुद को संन्यासी कहने वाले स्वामी ओमजी महाराज इन दिनों 'बिग बॉस 10' में बतौर कंटेस्टेंट नजर आ रहे हैं. हालांकि, दिल्ली पुलिस बाबा को बिग बॉस के घर में आराम करने देने के मूड में नहीं है.

दरअसल, सूत्रों की मानें तो दिल्ली पुलिस ओमजी महराज पर पहले से चल रहे चोरी और आर्म्स एक्ट के केस में उन्हें गिरफ्तार करने बिग बॉस के घर पहुंची. हालांकि ओम स्वामी ने घर से बाहर निकलने से इनकार किर दिया. इस पर पुलिस ने कुछ डॉक्युमेंट्स पर उनके साइन (दस्तखत) ले लिए हैं.

बेहद कम ही लोग जानते होंगे कि बाबा पर अपने ही भाई की दुकान से चोरी का आरोप है. उनके पास से महिलाओं के अश्लील फोटोज बरामद की जा चुकी हैं, जिनसे वह उन्हें ब्लैकमेल किया करता थे.

बाबा की कॉन्ट्रोवर्शियल लाइफ

बिग बॉस के घर में जाने से ठीक दो दिन पहले दिल्ली हाईकोर्ट में पेश न होने की वजह से ओमजी के खिलाफ गैर जमानती वारंट इश्यू हुआ था. लेकिन जब बाबा की तरफ से कोई भी पेश नहीं हुआ तो उनके खिलाफ फिर से यही वारंट जारी किया गया.

बाबा के खिलाफ यह चौथा गैर जमानती वारंट है, जो 2008 में चोरी के एक मामले में जारी किया है. 14 अक्टूबर की सुनवाई से पहले ओमजी ने कोर्ट से वकील की मांग की थी. उन्होंने कहा था कि उनके पास पैसे नहीं हैं, इसलिए वह वकील नहीं रख सकते.

यह है चोरी का पूरा मामला

ओमजी के छोटे भाई प्रमोद झा ने 2008 में उनके खिलाफ एक शिकायत दर्ज कराई थी. शिकायत में कहा गया था कि बाबा ने दिल्ली की लोधी कॉलोनी स्थित प्रमोद की दुकान का ताला तोड़कर 11 साइकिलों समेत कई महंगे स्पेयर पार्ट्स और कागजात चुराए हैं. प्रमोद के मुताबिक, उनके बेटे ने ओमजी को दुकान का ताला तोड़ते और चोरी करते देखा था. पुलिस ने ओमजी के खिलाफ FIR दर्ज कर ली थी.

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