कलर्स के सीरियल ‘इश्क़ में मरजावाँ’ की ये कहानी है मुंबई में रहने वाली एक अनाथ लड़की रिद्धिमा की, जिसका सपना इतना ही है कि वो कबीर से शादी कर उसके साथ घर बसाए. वो कबीर से बेइंतहा प्यार करती है और उसके प्यार के लिए किसी भी हद तक जाने के लिए तैयार होती है. वहीं कबीर एक पुलिस ऑफिसर है  जिसकी ज़िन्दगी में दो ही चीज़ें मायने रखती हैं एक उसका प्यार रिद्धिमा और दूसरा बिज़नेस की आड़ में ड्रग्स और अवैध हथियारों का गैरकानूनी धंधा करने वाले खतरनाक माफ़िया, वंश रायसिंघानिया को गिरफ्तार करना.

कबीर के लिए अपने प्यार की कीमत को चुकाते हुए रिद्धिमा ने वंश से शादी कर ली है. वहीं वह हर कोशिश कर रही है कि वंश के खिलाफ सबूतों को इकट्ठा करके कबीर को सौंप सके और इस झूठी और ज़बरदस्ती की शादी से पीछा छुड़ा कर कबीर के पास वापस जा सके. लेकिन वंश के खिलाफ सबूत इकट्ठा करने की कोशिश में, उसके सामने कई गहरे राज़ खुलने लगते हैं. आइए आपको बताते हैं आगे की कहानी की ख़ास झलक...

अब तक आपने देखा कि अजीब घटनाओं के बीच गणपति के दौरान रिद्धिमा, रागिनी के सच की खोज को और करीब से जानने की कोशिश में लगी हुई है और इसी कोशिश ने उसके सामने एक और बड़ी पहेली लाकर खड़ी कर दी है. जहाँ उसका सामना होता है सीक्रेट रूम  में रखी एक और लड़की की पेंटिग और स्टैच्यू से.

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इसी सच से परदा हटाने के लिए वह पेंटिग में मौजूद लड़की का लिबास पहन कर और उसकी तरह बन कर वंश से सच उगलवाने की कोशिश करती है. लेकिन तभी उसका सामना होता है एक और चुनौती से जहाँ कोई रहस्यमयी शख्स, रिद्धिमा को जाल में फंसाने के लिए उस पेंटिग को जला देता है और जब रिद्धिमा उस इंसान का पर्दा फाश करने की कोशिश करती है. तो उसके सामने एक बड़ा राज खुल जाता है, जो उसके पैरों तले ज़मीन खींच लेता है. क्योंकि वो रहस्यमयी शख्स और कोई और नहीं बल्कि वंश की माँ अनुप्रिया होती है. पर रिद्धिमा तस्वीर को जलाने का इल्जाम खुद पर ले लेती है. क्योंकि वह नही चाहती है कि वंश और उसकी माँ के बीच दरार आ जाए.

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