ऋतु ने प्यारी सी बेटी को जन्म दिया. ऋतु और उस की फैमिली को तो जैसे जिंदगी का सब से बड़ा तोहफा मिल गया हो. आखिर यह खुशी होती ही ऐसी है, जिस की तुलना दुनिया की किसी भी खुशी से नहीं की जा सकती. परिवार में सभी की जबान पर बस यही था कि बेटी को कोई परेशानी नहीं होने देंगे. हमेशा मुसकराता रखेंगे.
मगर ऋतु की बेटी मुसकराने की बजाय थोड़ीथोड़ी देर में रोने लगती. इस कारण उस की नींद भी पूरी नहीं हो पा रही थी. उस का इस तरह से रोना किसी से देखा नहीं जा रहा था. समझ नहीं आ रहा था कि वह क्यों रोती है, उसे क्या दिक्कत है.
फिर एक दिन ऋतु की फ्रैंड सोनम उस से मिलने आई, तो ऋतु ने उस के सामने इस बात का जिक्र किया. तब सोनम बात सुनते ही समझ गई कि बच्ची इतना क्यों रोती है, क्योंकि सोनम खुद इस दौर से जो गुजर चुकी थी.
उस ने ऋतु से पूछा कि तुम इसे ठीक से दूध तो पिला रही हो न? तब ऋतु ने झिझकते हुए बोला कि हां, लेकिन मेरे साथ दिक्कत यह है कि स्तनों में दूध काफी भर जाने के कारण वे भारी हो गए हैं, और उन से दूध निकलता रहता है, जिस से दर्द के कारण मुझे दूध पिलानेमें काफी दिक्कत होती है और मैं अपनी बच्ची को सही से दूध नहीं पिला पाती.
तब सोनम बोली कि यही वजह है तुम्हारी बेटी थोड़ीथोड़ी देर में रोने लगती है, क्योंकि पेट नहीं भरने के कारण न तो वह ढंग से सो पाती है और न ही खेल.?