लेखिका- दीप्ति गुप्ता
वॉक करना यानि पैदल चलना एक शानदार एरोबिक एक्सरसाइज है और आपके मेटाबॉलिज्म को शुरू करने के लिए एक अच्छा तरीका है. बावजूद इसके कई लोग आजकल पैदल चलने से बचते हैं. थोड़ी दूरी तक भी जाना हो, तो समय बचाने के लिए टू या फोर व्हीलर का इस्तेमाल कर लेते हैं. जो गलत है. जर्नल मेडिसिन इन साइंस एंड स्पोट्र्स एंड एक्सरसाइज के अनुसार, पैदल चलने से पुरानी से पुरानी बीमारी को दूर करने में मदद मिलती है. अगर आप भी अक्सर एक जगह से दूसरी जगह जाने के लिए लिफ्ट या फिर व्हीकल का इस्तेमाल करते हैं, तो जरा पैदल चलने के फायदों के बारे में जान लीजिए. इसके तमाम फायदों के बारे में जानने के बाद आप पैदल चलने की कोशिश जरूर करेंगे.
पैदल चलने का सही तरीका क्या है-
पैदल तो हर कोई चल सकता है, लेकिन इसका भी एक विशेष तरीका होता है, जिसके बारे में बहुत कम लोग जानते हैं. अगर आप बहुत ज्यादा फिजिकली एक्टिव नहीं रहते , तो आपको पैदल चलने की शुरूआत 10 मिनट से करनी चाहिए. हर दिन अपनी वॉकिंग एक-एक मिनट बढ़ाते जाएं. इस तरह का अभ्यास आपको तब तक करना है, जब तक आपके पैदल चलने का समय 120 मिनट न हो जाए. जब 110 दिन बाद आपकी वॉकिंग कैपेसिटी 120 मिनट की हो चुकी हो, उस वक्त आप एक घंटा मॉर्निंग वॉक कर रहे होंगे और एक घंटा ईवनिंग वॉक कर रहे होंगे. यहां 120 मिनट का मतलब है, कि एक व्यक्ति को स्वस्थ रहने के लिए कम से कम इतने मिनट तो पैदल चलना ही चाहिए. इंटरनेशनल स्टैंडर्ड के अनुसार, एक व्यक्ति को 10 हजार कदम रोजाना पैदल चलना चाहिए.