डिप्रेशन एक आम बिमारी बन गई है. कुछ लोग समझते हैं कि एक सीमित वर्ग के लोग ही डिप्रेस्ड होते हैं. पर पहले की तुलना में अब कहीं ज्यादा लोग डिप्रेशन के बारे में जानते हैं. कुछ समय पहले तक तो लोग इस बीमारी के बारे में जानते तक नहीं थे. डिप्रेशन को अक्सर पागलपन से जोड़कर देखा जाता था लेकिन अब इसके प्रति लोग काफी जागरुक हो गए हैं.
डिप्रेशन भले ही एक मानसिक स्थिति है लेकिन इसके कुछ शारीरिक लक्षण भी होते हैं. मानसिक लक्षणों के साथ-साथ अगर इन शारीरिक लक्षणों पर भी ध्यान दिया जाए तो डिप्रेशन की पहचान करना और इसका इलाज करना काफी आसान हो जाएगा.
डिप्रेशन से जूझ रहा शख्स अक्सर उदास रहता है, निराश रहता है और नकारात्मक सोच रखने लगता है. हॉर्मोन्स का संतुलन बिगड़ना, आनुवांशिकता, काम का दबाव, रिश्तों का तनाव, खराब माहौल और अकेलापन इसके प्रमुख कारण हो सकते हैं.
अगर डिप्रेशन की पहचान शुरुआती समय में ही कर ली जाए तो इससे छुटकारा पाना आसान है लेकिन अगर इसे लंबे समय से इग्नोर किया जा रहा है तो यह खतरनाक भी हो सकता है. डिप्रेशन से जूझ रहे शख्स की पहचान उसकी मानसिक स्थिति के आधार पर तो की ही जा सकती है, इसके अलावा कुछ शारीरिक लक्षण भी होते हैं, जिन्हें नजरअंदाज नहीं करना चाहिए.
1. थकान
डिप्रेशन से जूझ रहा रहा शख्स हर समय थकान का अनुभव करता है. ऐसे इंसान को न तो किसी काम को करने में मन लगता है. अवसादग्रसीत व्यक्ति फीजिकली फिट फील नहीं करता.
2. सरदर्द और बदन दर्द