एटीएम कार्डों की तकनीक में 1 जनवरी से एक बड़ा बदलाव हुआ है. अब सभी बैंक कौंटैक्टलेस एटीएम कार्ड जारी केरेंगे. इस कार्ड से पेमेंट करने के लिए उपभोक्ता को पिन डालने की जरूरत नहीं है. बस कार्ड को पेमेंट मशीन से टच करते ही पेमेंट हो जाएगा. इस कार्ड से बिना पिन डाले आप 2000 तक की पेमेंट कर सकती हैं. 2000 रुपये से ज्यादा की रकम के भुगतान के लिए आपको पिन डालने की जरूरत होगी.
हालांकि कई जानकार इसे सुरक्षा के लिहाज से कमजोर बता रहे हैं. जानकारों की माने तो इस तरह का लेन-देन असुरक्षित हो सकता है और साइबर फ्रौड को बढ़ावा दे सकता है. जानकारों का मानना है कि इसकी सुरक्षा को लेकर और अधिक स्पष्टता लाने और ग्राहकों को जागरूक करने की जरूरत है. ग्राहकों को भी इस कार्ड का इस्तेमाल सोच-समझकर करना चाहिए. इस मामले में मौजूदा कानून पर्याप्त नहीं हैं.
आपको बता दें कि तमाम बैंक इस कार्ड की सिक्यूरिटी को बेहतर बता रहे हैं. पर सच तो ये है कि इसकी सुरक्षा को अभी और ज्यादा बेहतर बनाने की जरूरत है. कार्ड चोरी होने या गिरने की स्थिति में ग्राहक को साबित करने में परेशानी होगी कि कौंटेक्टलेस फीचर का इस्तेमाल कर उसने पेमेंट नहीं किया है.
एक रिपोर्ट के मुताबिक देश में होने वाले कुल वित्तीय लेन-देन में 60% दो हजार रुपए से कम का होता है. इसे आसान बनाने के लिए कौंटेक्टलेस कार्ड का आइडिया इस्तेमाल किया जा रहा है. आपको बता दें कि वीजा ने देश में पहली बार 2015 में कौंटेक्टलेस कार्ड जारी किए थे. तब से अब तक यह 2 करोड़ से ज्यादा ऐसे कार्ड जारी कर चुका है. विभिन्न बैंकों की बिना पिन/ओटीपी के ट्रांजैक्शन सीमा की बात की जाए तो एसबीआई, एक्सिस और यूनियन बैंक ने एक दिन में अधिकतम 5 कौंटेक्टलेस ट्रांजैक्शन की सीमा तय कर रखी है. ऐसे में कुछ बैंकों में प्रतिदिन 10000 रुपए तक का कौंटेक्टलेस पेमेंट किया जा सकता है.