घर खरीदना हर किसी के लिये एक बड़ा फैसला होता है. हर बड़े फैसले की तरह आपको इस मामले में भी पहले से तैयारी कर लेनी चाहिए. घर खरीदने का फैसला करने से पहले पक्का कर लें कि डाउन पेमेंट करने के लिए आपके पास पर्याप्त पैसा है. जल्दबाजी में उठाए गए कदमों से आपकी फाइनैंशल सिक्योरिटी पर आंच आ सकती है.
रिटायरमेंट सेविंग्स को हाथ न लगाएं
रिटायरमेंट से जुड़ी सेविंग्स की ओर सबसे पहले ख्याल जाना आम बात है, लेकिन एक्सपर्ट्स का कहना है कि इस बचत को हाथ नहीं लगाएं तो बेहतर रहेगा. एक बार पैसा निकालना शुरू करते हैं तो फिर रुकना मुश्किल होता है.
इपीएफ या पीपीएफ?
अगर एंप्लौयी प्रोविडेंट फंड (ईपीएफ) या पब्लिक प्रोविडेंट फंड से पैसा निकालने के बारे में सोच रहे हैं तो ऐसा करने से बचें. डाउन पेमेंट के लिए अपने लौन्ग टर्म इन्वेस्टमेंट्स को हाथ नहीं लगाना ही बेहतर होगा.
बच्चों के फंड से पैसा न निकालें
हो सकता है कि आप बच्चों की पढ़ाई के लिए एक तरह के रखे गए फंड से पैसा निकालने के बारे में सोच रहे हों. एक्सपर्ट्स का मानना है कि ऐसा नहीं करना चाहिए. अगर आप किसी दूसरे काम के लिए एजुकेशन कौरपस का इस्तेमाल करते हैं तो यह तय मानिए कि आप अपना गोल हासिल नहीं कर पाएंगे. बाद में एजुकेशन लोन लेना पड़ सकता है और उससे माली हालत खराब हो सकती है.
पर्सनल लोन लेने से बचें
कर्ज चुकाने के वास्ते पर्सनल लोन लेने से फाइनैंशल पोजिशन पर दबाव बढ़ता है, क्योंकि ये लोन काफी महंगे होते हैं. विशेषज्ञो का कहना है कि पर्सनल लोन पर आपको 15-18 पर्सेंट ब्याज चुकाना पड़ सकता है.