अधिकांश लोगों का सपना होता है कि उनका खुद का एक घर हो, घर खरीदने के लिए लोग सामान्यतया: लोन के लिए अप्लाई करते हैं, लेकिन आपको बता दें कि बैंक से लोन लेना आसान नहीं होता, क्योंकि बैंक तमाम मानकों पर परखने के बाद ही आपके लोन को मंजूरी देता है. इन मानकों में सबसे अहम होता है सिबिल स्कोर या क्रेडिट स्कोर. इस खबर के माध्यम से हम आपको बताएंगे कि क्रेडिट स्कोर क्या है और लोन के मामले में यह कितना महत्वरपूर्ण होता है.
लोन से पहले क्रेडिट स्कोर अहम
बैंक से लोन लेने में क्रेडिट स्कोर या सिबिल स्कोर की सबसे अहम भूमिका होती है. आपका क्रेडिट स्कोर दरअसल आपकी ओर से पूर्व में लिए गए लोन और उसके चुकाने का ब्यौरा भर होता है. बैंक आपके लोन की अर्जी को आपका क्रेडिट स्कोर चेक करने के बाद ही मंजूरी देता है जिसमें आपकी वित्तीय गतिविधियों को परखा जाता है.
अगर, अपका क्रेडिट स्कोर बेहतर है तो बैंक आपको आसानी से लोन मुहैया करा देते हैं. लेकिन अगर आपका क्रेडिट लोन बेहतर नहीं है तो लोन मिलने में थोड़ी मुश्किलें आती हैं. इसलिए अगर आप भी लोन लेने के बारे में सोच रहे हैं तो लोन के लिए आवेदन करने से पहले क्रेडिट स्कोर जरूर देख लें.
क्या होता है क्रेडिट स्कोर और इसे कौन देता है
क्रेडिट स्कोर तीन अंको की एक संख्या होती है, यह संख्या 300 से 900 के बीच होती है. क्रेडिट स्कोर जितना अधिक होता है, उसे उतना ही बेहतर माना जाता है. एक डिफौल्ट करने पर भी क्रेडिट स्कोर कमजोर हो सकता है. 79 फीसदी व्योक्तिगत लोन 750 से ज्यादा के स्कोर पर ही अप्रूव किए जाते हैं. क्रेडिट इन्फौर्मेशन ब्यूरो (इंडिया) लिमिटेड (CIBIL) क्रेडिट स्कोर देता है, जो आपके पुराने वित्तीय इतिहास के आधार पर तैयार किया जाता है. इसे तैयार करते वक्त सिबिल आपकी क्रेडिट हिस्ट्री को ध्यान में रखता है.