पिछले साल पापा ने जब घर में पेंटपौलिश करवाया था तो दीपक ध्यान से सब देख रहा था. बनेबनाए पेंट के डब्बे, ब्रश और रेगमार, बस इन्हीं का तो कमाल है. फिर पापा के साथ हुई मजदूरों की बहस पर भी उस का ध्यान गया. मजदूर दीवारें पेंट कर शाम को धब्बे जमीन पर लगे ही छोड़ जाते, जिन्हें मम्मीपापा के साथ मिल कर दीपक को ही साफ करना पड़ता, तिस पर 3 कमरे पेंट करने में पूरा हफ्ता लगा दिया. सारा सामान बिखरा सो अलग.
सो दीपक ने इस बार सोच लिया था कि वह अपने छोटे भाई के साथ मिल कर स्वयं घर चमकाएगा और ऐसा हुआ भी. दीपक ने पापा से बात कर सामान मंगवा लिया और न केवल घर चमका दिया बल्कि फर्नीचर पर पौलिश कर उसे भी नया लुक दे दिया. पापा बच्चों की इस जिम्मेदारीपूर्ण कार्यप्रणाली को देख फूले न समाए.
चाहे तो हर किशोर दीपक की तरह अपने घर को पेंटपौलिश कर के चमका सकता है. बस, जरूरत है थोड़ी समझदारी और पेंटपौलिश सीखने की, जो आजकल नैट के जमाने में किशोर बखूबी सीख सकते हैं.
दीवारों पर पेंट
घर को चमकाने के लिए सब से जरूरी है दीवारों को रंगना. आप अपने घर के हर कमरे को मनचाहे तरीके से रंग सकते हैं, इस के लिए आप को जरूरत है पेंट की बालटी, ब्रश, रेगमार और मनवांछित रंगों की.
ऐसे रंगें दीवारें
घर की दीवारों को रंगने के लिए पहले उन्हें झाड़ूसे अच्छी तरह धूलमिट्टी हटा कर साफ कर लें. फिर रेगमार से दीवारों को रगड़ें. दीवारों से पुराने पेंट की पपड़ी हटा कर उन्हें प्लेन करें.