रीना के घर मेहमान आए हुए थे. रीना ने जब सब को पानी वगैरह देना शुरू किया तभी रीना की सास मेहमानों के सामने रीना की तारीफ करने लगीं और बोलीं कि रीना घर में बहुत ही साफसफाई रखती है और सभी का खयाल रखती है. मेहमान भी इस बात से खुश हुए. लेकिन जब वे लोग नहाने के लिए बाथरूम में पहुंचे तो देखा कि बाथरूम बहुत गंदा था. इस बारे में उन्होंने शिकायत न करते हुए रीना को सलाह दी कि पूरे घर की साफसफाई में बाथरूम की सफाई भी सम्मिलित होती है, क्योंकि इस जगह को सभी उपयोग तो करते ही हैं, साथ ही यदि यहां गंदगी रहे तो परिवार की सेहत पर भी असर पड़ सकता है.
दागधब्बों रहित, चमकती टाइलों वाला बाथरूम दिखने में तो साफ लग सकता है पर क्या रोगाणुमुक्त भी हो सकता है? यदि माइक्रोस्कोप से देखा जाए तो ऐसे चमचमाते बाथरूम में ढेरों बैक्टीरिया दिख जाएंगे. बाथरूम ही घर का वह हिस्सा है, जिस का उपयोग परिवार का हर सदस्य करता है. ऐसे में पर्याप्त स्वच्छता के न होने से संक्रमण की संभावना बढ़ जाती है. इस स्थिति में बाथरूम को स्वच्छ व रोगाणुमुक्त बनाने के लिए कुछ सावधानियां बरतना नितांत आवश्यक हो जाता है.
1. एक ही साबुन के प्रयोग से बचें
साबुन की एक ही टिकिया को परिवार के सभी सदस्यों द्वारा उपयोग में लाए जाने के कारण संक्रमण की संभावना बढ़ जाती है. यदि संभव हो तो संक्रमण से बचने के लिए लिक्विड सोप को ही प्रयोग में लाएं व उसे पतला न करें. मल के जीवाणु पानी में तेजी से बढ़ते हैं. इसलिए साबुन की टिकिया को पानी में न छोड़ कर किसी हवादार साबुनदानी में रखें. उपयोग के बाद साबुन की टिकिया को स्वच्छ पानी में खंगाल लें.