एक रोज देव अपना मोबाइल चार्जर में लगा कर भूल गया और उसे पता ही नहीं
चला कि कब से उस का मोबाइल बज रहा है. हार कर अनु ने ही फोन उठा लिया. लेकिन अभी वह हैलो बोलती ही कि उधर से एक औरत की आवाज ने उसे सकते में डाल दिया. कहने लगी, ‘‘मैं तुम्हें 2 दिन से कौल कर रही हूं. उठाते क्यों नहीं? देखो, मुझे मजबूर मत करो, अगर मेरा दिमाग फिर गया तो जरा भी देर नहीं लगेगी मुझे यह वीडियो वायरल करने में. फिर जानते हो न तुम्हारा क्या हश्र होगा? सीधे से कह रही हूं क्व15 लाख दे दो अभी. फिर जब भी मांगू दे देना और हां, आज रात आ जाना, बदन टूट रहा है मेरा,’’ कह कर उस औरत ने फोन रख दिया.
सुन कर तो जैसे अनु के पैरों के नीचे की जमीन ही खिसक गई. उस का पूरा शरीर थरथराने लगा. कभी वह फोन को देखती, तो कभी देव को. समझ नहीं आ रहा था कि यह औरत है कौन और किस बात के वह देव से पैसे मांग रही है व कौन से वीडियो को वायरल करने की धमकी दे रही है? ढेरों सवाल उस के दिमाग में उथलपुथल मचाने लगे. पूछना चाहा देव से, मगर उस के कदम ठिठक गए, क्योंकि पहले वह उस बात की तह तक जाना चाहती थी.
आज गौर से अनु ने देव का चेहरा देखा, कितना सूख चुका था. दुबला भी कितना हो गया था बेचारा. क्यों नहीं समझ पाई मैं उस के मन के दर्द को? क्यों लड़ती रही बेवजह उस से? पूछती तो एक बार कि आखिर परेशानी क्या है उसे. अपनेआप में ही बोल अनु रो पड़ी. कुछ देर बाद फिर देव का फोन बजा और इस बार देव ने ही फोन उठाया. अनु सुन न ले कहीं, यह सोच कर वह कमरे से बाहर चला गया.