शंकराचार्य मंदिर के पुरोहित कपिल ने कश्यपपुर की विधवा शासिका यशोवती के विरुद्ध जन आंदोलन छेड़ा, पर एक दिन जब यशोवती ने उसी के हथियार से उस पर वार किया तो वह हतप्रभ रह गया.