योंतो मसालों को खाने में तरहतरह के स्वाद जगाने के लिए जाना जाता है, मगर भारत में इन का इस्तेमाल दवा के रूप में किया जाता है. कालीमिर्च, जायफर, हलदी, अजवाइन और जीरा का दवा के रूप में इस्तेमाल तो घरों में आम बात है. जहां मसालों के पाउडर से नए स्वादिष्ठ व्यंजन बनते हैं वहीं खड़े मसालों से बने खाने का स्वाद ही जुदा होता है.
आइए, जानें मसालों की सेहत वाली खूबियों के बारे में:

1. दालचीनी

सदियों से दालचीनी न सिर्फ इस की खुशबू के कारण खाने में इस्तेमाल की जाती है, बल्कि इस के ऐंटीऔक्सीडैंट गुण भी इसे बेहद गुणकारी बनाते हैं. ये फ्रीरैडिकल्स से लड़ने में सक्षम होने के कारण कैंसर, आर्थ्राइटिस से बचाने के साथसाथ जवां रखने का भी काम करती है, साथ ही फिट भी बनाए रखती है.

रखे फिट: आप को यह जान कर हैरानी होगी कि दालचीनी हाई फैट डाइट के असर को कम करने का काम करती है, जिस से आप वजन को नियंत्रित कर पाते हैं. वैज्ञानिकों के अनुसार, दालचीनी के रोजाना सेवन से शरीर में फैट मोलीक्यूल्स की संख्या कम होती है.

स्किन को बनाए दाग फ्री: चेहरे पर मुंहासे किसे पसंद होते हैं. ये न सिर्फ सुंदरता में कमी लाते हैं, बल्कि कौंफिडैंस को भी कम करते हैं. ऐसे में दालचीनी में ऐंटीबैक्टीरियल गुण होने के कारण ये मुंहासों के लिए जिम्मेदार बैक्टीरिया को कम करने का काम करते हैं.

हेयर ग्रोथ में सहायक: पौष्टिक डाइट न लेने की वजह से हेयरफौल की समस्या का सामना करना पड़ता है. ऐसे में दालचीनी स्कैल्प के सर्कुलेशन को इंप्रूव कर हेयर ग्रोथ को बढ़ाने का काम करती है.

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