अगर बालों की सेहत काफी खराब है तो इसके पीछे कई कारण हो सकते हैं और सबसे मुख्य कारण है ब्लीच, केमिकल्स और हीट का प्रयोग करना. अगर हेयर स्टाइलिंग प्रोडक्ट का काफी ज्यादा प्रयोग करती हैं तो इसका अर्थ है आपके बालों को काफी हीट मिल रही है और उन्हें इससे बहुत नुकसान पहुंच रहा है. ब्लो ड्रायर, स्ट्रेटनर, कर्लर का प्रयोग करना बालों के लिए बहुत ज्यादा नुकसान दायक कब हो सकता है बता रही हैं काव्या कृष्णन नायर डिजाइन इंजीनियर. आइए जानते हैं .
अगर हीट निकलने वाले प्रोडक्ट्स जैसे स्ट्रेटनर, ब्लो ड्रायर और कर्ल आयरन का ज्यादा प्रयोग कर रही हैं तो बालों की दशा काफी खराब होती नजर आ रही होगी. ऐसे कुछ उपकरणों में तो तापमान नियंत्रित करने का भी विकल्प नहीं होता है. कुछ टूल्स में 400 डिग्री फारेनहाइट से भी ज्यादा तापमान पहुंच जाता है. आपको यह लग रहा होगा कि तापमान जितना ज्यादा होगा उतना ही अधिक अच्छी स्टाइलिंग भी होगी. हाई हीट से आपके बालों के केराटिन स्ट्रैंड की शेप में बदलाव देखने को मिलता है. 300 डिग्री f से अधिक तापमान ए केराटिन बालों को बी केराटिन में बदल देते है. इससे बाल कमजोर हो जाते हैं और डेमेज होने का रिस्क भी काफी बढ़ जाता है. जब बालों का केराटिन पूरी तरह से पिघल जाता है तो मॉलिक्युलर लेवल की शेप बदल जाती है और इसे दुबारा ठीक नहीं किया जा सकता है.
डेमेज बालों में मॉइश्चर की होती है कमी
हीट मिलने से बालों में मॉइश्चर की कमी उत्पन्न होती है. आपके बाल अलग अलग बॉन्ड्स से बने होते हैं जिसमे 4% फैट, ऑयल, पिगमेंट्स और 17% पानी, 79% केराटिन प्रोटीन होते हैं. आपके बालों के अंदरूनी भाग को कॉर्टेक्स कहा जाता है. इसमें वॉटर मॉलिक्यूल्स होते हैं और यह केराटिन बाउंड से बंधे हुए होते हैं.