9 महीने का सफर एक ऐसा सफर है, जो एक स्त्री और पुरुष जिंदगी का जश्न मनाते हुए तय करते हैं, जो उन्होंने साथ मिलकर शुरू किया था. लेकिन कई औरतें ऐसी हैं, जो किसी साथी के बिना ही एक पैरेंट बनने का चुनाव करती हैं. इसकी वजह अलग-अलग हो सकती हैं, लेकिन मां बनने का अधिकार तो एक औरत को ही होता है, चाहे वो शादीशुदा हो, किसी रिश्ते में हो या फिर हो सिंगल हो! वैसे सिंगल मां बनने का चुनाव बड़ा कठिन होता है, लेकिन यह भी सच है कि महिलाओं को अपने मां बनने का तरीका चुनने और उसे उचित ठहराने के लिए किसी की स्वीकृति की जरूरत नहीं है.

"अगर बिना प्यार के शादी हो सकती है, तो बिना पति के मां क्यों नहीं बन सकते?" यह कहना है आलिया श्रॉफ का, जो सोनी एंटरटेनमेंट टेलीविजन के नए शो 'स्टोरी 9 मंथ्स की” का एक प्रमुख किरदार है. यह लाइन सुनकर शायद आप हिल जाएं, क्योंकि टेलीविजन पर अब तक इस तरह का विषय नहीं दिखाया गया है, जिसमें एक नायिका खुद अपनी शर्तों पर मां बनने की इच्छा जाहिर करती है. इसका शीर्षक कुछ ऐसा है, जिसे सुनकर दर्शक इस सफर का हिस्सा जरूर बनना चाहेंगे.

https://www.youtube.com/watch?v=-wkIKZrYtnQ

आलिया श्रॉफ आज की नारी है, जो इरादों की पक्की, दिल से महत्वाकांक्षी और स्वभाव से एक परफेक्शनिस्ट है! 30 साल की उम्र में वो एक सुशिक्षित और सफल एंटरप्रेन्योर है और उसने बहुत पहले से ही अपनी जिंदगी प्लान कर रखी है. लेकिन रिश्तों के मामले में वो खुद को जाहिर नहीं कर पाती, चाहे उसकी निजी जिंदगी हो या पेशेवर. आलिया बाहर से भले ही सख्त नजर आए, लेकिन उसका दिल सोने जैसा खरा है और लोग वाकई उसके बारे में यह नहीं जानते हैं.

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