तेज रफ्तार और तनावपूर्ण भरी जिंदगी लोगों में ब्लड प्रेशर (रक्तचाप) की समस्या पैदा कर रही हैं. विशेषज्ञों की मानें तो जितना घातक हाई ब्लड प्रेशर होता है उतना ही नुकसानदेह लो ब्लड प्रेशर. लो ब्लड प्रेशर की स्थिति वह होती है, जिसमें रक्तवाहिनियों में रक्त का दबाव काफी कम हो जाए. रक्त का प्रवाह कम होने के कारण दिमाग़, दिल तथा गुर्दे में आक्सीजन और पौष्टिक तत्व नहीं पहुंच पाते है, इन सभी कारणों के चलते हमारी इंद्रियां सही से काम नहीं कर पाती है. सामान्य रूप से 90/60 एमएम एचजी को लो ब्लड प्रेशर की स्थिति माना जाता है.

लो बीपी होने के पीछे कई कारण हो सकते है जैसे भोजन तथा पानी की कमी, अधिक शारीरिक तथा मानसिक परिश्रम, ज्यादा खून का बह जाना आदि.

लक्षण

लो बीपी में नाड़ी की गति धीमी होने लगती है.

थकान और कमजोरी महसूस होना व चक्कर आना धुंधला दिखाई देना और डिप्रेशन से घिर जाना निम्न रक्तचाप का एक प्रमुख लक्षण है.

निम्न रक्तचाप में हमेशा सिरदर्द बना रहता है, दिल जोरों से धड़कता है और सारा शरीर पसीने से गीला हो जाता है.

लो बीपी होने पर भूख नहीं लगती है और प्यास अधिक लगती है.

शरीर का पतला होना, थोड़ी सी मेहनत में ही चिड़चिड़ाहट, बातें भूल जाना, आलस का आना, सिर का चकराना आदि लो बीपी के लक्षण होते है. इसीलिए ये सभी लक्षण नजर आने पर तुरंत ही डाक्टर से जांच करवाये.

अगर आप भी ब्‍लड प्रेशर की समस्‍या से जूझ रही हैं तो आपके लिए कुछ फूड्स जरूरी हैं जिससे आप इस समस्या पर काबू पा सके.

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