हंसते वक्त किरण के बायां गाल पर पड़़ते गड्ढे देख नकुल दीवाना हो जाता था.
सिर्फ यही नहीं, किरण की हर एक अदा पर नकुल दीवाना हो जाता था.
लेकिन नकुल की कुछ आदतों पर मुंह बना कर किरण कभीकभार उसे ?िड़क भी देती थी, ‘‘शादी हो जाने दो हमारी, फिर देखना कैसे बनती हूं मैं तुम्हारी लाइफ कोच... मैनर्स में रहना सिखाऊंगी मैं तुम्हें.’’
उस की बातों पर हंसते हुए नकुल ने बोला, ‘‘अब इतनी सुंदर ‘लाइफ कोच’ किसे नहीं चाहिए. मेरा तो जीवन ही सफल हो जाएगा.’’
नकुल को अच्छा लगता था किरण का उसे यों रोकनाटोकना या डांट लगाना. उसे लगता किरण उस से बहुत ज्यादा प्यार करती है तभी तो हक से उसे रोकतीटोकती है.
‘‘हां, तुम्हारा जीवन बहुत जल्दी सफल हो जाता है, अब चलो,’’ हंसते हुए नकुल के बगल वाली सीट पर बैठते हुए किरण बोली, ‘‘ऐसे क्या देख रहे हो? क्या तुम्हारे ऊपर मेरा अधिकार नहीं?’’
उस की बात पर नकुल ने उस के गाल पर एक किस करते हुए इस बात की मुहर लगा दी कि बिलकुल उस का अधिकार है.
2 साल तक रिलेशनशिप में रहने के बाद अपने मातापिता के आशीर्वाद से दोनों एक हो गए. शादी के बाद उन की जिंदगी ऐसी लगने लगी जैसे सतरंगी आकाश. बस रोमांस ही रोमांस था उन की जिंदगी में और कुछ नहीं.
शादी के 1 साल बाद ही पीहू ने उन की जिंदगी में आ कर और रोशनी बिखेर दी. पीहू को कुछ महीने तक तो उस की नानीदादी ने संभाला. पर अब उन के लिए भी यहां रहना संभव नहीं था. इसलिए किरण ने अपनी नौकरी से इस्तीफा दे दिया ताकि पीहू को एक अच्छी परवरिश दे सके. सोचा, जब पीहू थोड़ी बड़ी हो जाएगी तब वह फिर से जौब करने लगेगी.